असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है और 10 जिलों में लगभग एक लाख लोग इससे प्रभावित हैं. रविवार को एक आधिकारिक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई है. बाढ़ से संबंधित असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) की दैनिक रिपोर्ट के अनुसार, सोनितपुर, चिरांग, दरांग, धेमाजी, डिब्रूगढ़, गोलाघाट, लखीमपुर, माजुली, शिवसागर और उदलगुड़ी जिलों में बाढ़ के कारण 98,800 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं.
बुलेटिन में कहा गया है कि गोलाघाट की स्थिति सबसे खराब है, जहां करीब 29,000 लोग प्रभावित हुए हैं. वहीं, धेमाजी में 28,000 और शिवसागर 13,500 लोग प्रभावित हुए हैं. शनिवार को राज्य के 12 जिलों में बाढ़ से करीब 1.08 लाख लोग प्रभावित हैं.
प्रशासन ने दो जिलों में 17 राहत शिविर स्थापित किए हैं, जहां 2,941 लोगों ने शरण ली है. इसके अलावा छह जिलों में 49 राहत वितरण केंद्र स्थापित किए गए हैं. एएसडीएमए ने कहा कि फिलहाल 371 गांव पानी में डूबे हुए हैं और राज्य भर में 3,618.35 हेक्टेयर फसल क्षेत्र को नुकसान हुआ है.
बुलेटिन में कहा गया है कि बक्सा, बोंगाईगांव, चिरांग, कोकराझार, लखीमपुर, नलबाड़ी, उदलगुरी और तिनसुकिया में बड़े पैमाने पर कटाव देखा गया है. सोनितपुर, धेमाजी, धुबरी, कोकराझार, मोरीगांव, बोंगाईगांव, चिरांग, गोलाघाट, लखीमपुर और माजुली जिलों में बाढ़ के पानी से तटबंध, सड़कें, पुल और अन्य बुनियादी ढांचे क्षतिग्रस्त हो गए हैं. धुबरी, तेजपुर और नेमाटीघाट में ब्रह्मपुत्र नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है जबकि इसकी सहायक नदी दिखौ शिवसागर में उफान पर है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं