असम के मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह पर नगालैंड के साथ राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा मुहैया कराने में नाकाम रहने का बुधवार को आरोप लगाया। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र पर हालिया हिंसा को गंभीरता से नहीं लेने का भी आरोप लगाया।
गोगोई ने कहा, 'हां, सीमा पर जो हो रहा है, राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में मैं उसके लिए जिम्मेदार हूं। लेकिन आप राजनाथ सिंह पर दोषारोपण क्यों नहीं कर रहे हैं? सुरक्षा मुहैया कराने में नाकाम रहने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री के खिलाफ वही आरोप क्यों नहीं लगाए जा रहे हैं?'
उन्होंने कहा कि असम-नगालैंड सीमा विवादित विषय है और केंद्र 'तटस्थ बल' सीआरपीएफ के जरिये इस क्षेत्र पर नियंत्रण रखता है जो वहां लोगों और संपत्ति की सुरक्षा मुहैया कराने में नाकाम रहा है।
गोगोई ने कहा कि केंद्र इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं ले रहा है। 'यह काफी गंभीर मुद्दा है, लेकिन जिस तरीके से वे इससे निपट रहे हैं, वह गंभीर नहीं है।' उन्होंने गोलाघाट के रंगाजन इलाके में कल प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की निंदा की और कहा कि सरकार इस मामले में अतिरिक्त मुख्य सचिव सुभाष चंद्र दास द्वारा जांच का आदेश देगी।
इस घटना में 22 नागरिक और सात पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
गोगोई ने कहा, 'कुछ पुलिसकर्मियों की गलती हो सकती है, लेकिन पूरे बल पर दोष नहीं लगाया जा सकता। असम पुलिस अब भी देश के सर्वश्रेष्ठ पुलिस बलों में से एक है।' उन्होंने कहा, 'इन सबके बावजूद, सीमावर्ती क्षेत्र में लोगों का भरोसा अब भी असम पुलिस में है न कि केंद्रीय बल में। वह सीआरपीएफ के स्थान पर असम पुलिस की तैनाती चाहते हैं।'
उन्होंने दावा किया, 'अगर सीमा मुझे दे दिया जाता है, तो मैं दिखाऊंगा कि किस प्रकार लोगों की सुरक्षा की जाती है।'
मुख्यमंत्री ने कहा कि रंगाजन में अजित तांती नाम के एक प्रदर्शनकारी की मौत एक वाहन की चपेट में आने से हो गई। 'फिर भी, हम उसके परिवार को अनुग्रह राशि के रूप में पांच लाख रुपये देंगे।'
उन्होंने कहा कि असम-नगालैंड सीमा जैसी स्थिति से निपटने के लिए केंद्र सरकार बेहतर तरीके से सुसज्जित है और उसके पास बेहतर संसाधन हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी तटस्थ भूमि पर सुरक्षा मुहैया कराना केंद्र की जिम्मेदारी है।
गोगोई ने कहा, 'आपने (लोगों ने) भाजपा के पक्ष में मतदान किया। अब वे (केंद्र की भाजपा सरकार) जिम्मेदार हैं और आप उनसे कुछ नहीं कह रहे हैं।' उन्होंने कहा, 'मुझे वास्तव में संदेह है कि असम के सांसदों को अभी तक प्रधानमंत्री या (केंद्रीय) गृहमंत्री से मिलने का मौका मिला है।'
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक संयुक्त सचिव स्थिति का जायजा लेने के लिए कल असम का दौरा करेंगे। गोगोई ने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया (राष्ट्रीय और स्थानीय दोनों) पर भी आरोप लगाया कि उन्होंने कल की घटना का 'एकतरफा और पूर्वाग्रह से ग्रस्त तस्वीर' पेश की।
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