"जैसे ही अयोध्या में राम मंदिर के द्वार खुलेंगे..." : प्राण प्रतिष्‍ठा से पहले बोले गौतम अदाणी

Ayodhya Ram Mandir ceremony: अयोध्‍या में रामलला की प्राण प्रतिष्‍ठा कार्यक्रम में देश के लगभग 900 उद्योगपतियों के उपस्थित रहने का अनुमान है. उद्योगपति गौतम अदाणी ने अवसर पर कहा कि राम मंदिर को ज्ञान और शांति का द्वार बनने दें.

भारत के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक सद्भाव के शाश्वत धागों से बांधे... गौतम अदाणी

गुजरात :

राम जन्मभूमि मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए भारतीय उद्योग जगत के जिन लोगों को आमंत्रण मिला है, उनमें उद्योगपति गौतम अदाणी भी शामिल हैं. देश के लगभग 900 उद्योगपति राम मंदिर कार्यक्रम के दौरान अयोध्या की पावन नगरी में उपस्थित रहने का अनुमान है. इस अवसर पर अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी (Gautam Adani) ने कहा कि भारत को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक सद्भाव के शाश्वत धागों से बांधें...  

गौतम अदाणी ने राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह से पहले एक्‍स पर पोस्‍ट कर कहा, "इस शुभ अवसर पर जब अयोध्या के राम मंदिर के द्वार खुलेंगे... इसे ज्ञान और शांति का प्रवेश द्वार बनने दें, जो समुदायों को भारत के आध्यात्मिक और सांस्कृतिक सद्भाव के शाश्वत धागों से बांधें..."

मंदिर नगरी अयोध्या नवनिर्मित राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए पूरी तरह तैयार है और इस बहु-प्रतीक्षित समारोह के धार्मिक अनुष्ठानों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शामिल होंगे.  भगवान राम के बाल रूप रामलला की मूर्ति की ‘प्राण प्रतिष्ठा' में देश के प्रमुख आध्यात्मिक और धार्मिक संप्रदायों के प्रतिनिधियों, विभिन्न आदिवासी समुदायों के प्रतिनिधियों सहित सभी क्षेत्रों के प्रमुख लोग शामिल होंगे.

प्राण प्रतिष्ठा समारोह दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर शुरू होगा और मंदिर निर्माण ट्रस्ट के अनुसार इसके दोपहर एक बजे तक सम्पन्न होने की उम्मीद है. इसके बाद प्रधानमंत्री एक सभा को संबोधित करेंगे. राम मंदिर का निर्माण और प्रबंधन कर रहे श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के एक सदस्य ने बताया, "प्रधानमंत्री मंदिर निर्माण से जुड़े 'श्रमजीवियों' के साथ भी बातचीत करेंगे." उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी कुबेर टीला भी जाएंगे, जहां एक प्राचीन शिव मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है। वह वहां पूजा करेंगे.

मैसूर के अरुण योगीराज द्वारा बनाई गई रामलला की नई 51 इंच की मूर्ति को पिछले बृहस्पतिवार को मंदिर के गर्भगृह में रखा गया था. मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि मंदिर में प्रवेश पूर्व दिशा से और निकास दक्षिण दिशा से होगा। मंदिर तीन मंजिला होगा। मुख्य मंदिर तक पहुँचने के लिए श्रद्धालु पूर्वी दिशा से 32 सीढ़ियाँ चढ़ेंगे. 

पारंपरिक नागर शैली में निर्मित मंदिर परिसर 380 फीट लंबा (पूर्व-पश्चिम दिशा), 250 फीट चौड़ा और 161 फीट ऊंचा होगा. मंदिर की प्रत्येक मंजिल 20 फीट ऊंची होगी और इसमें 392 खंभे और 44 द्वार होंगे. राम मंदिर को फूलों और विशेष रोशनी से सजाया गया है और पूरा शहर धार्मिक उत्साह से सराबोर है. उपरिगामी सेतु (फ्लाईओवर) पर स्ट्रीटलाइट्स को भगवान राम की कलाकृतियों के साथ-साथ धनुष और तीर के कटआउट से सजाया गया है और सजावटी लैंपपोस्ट पारंपरिक 'रामानंदी तिलक' पर आधारित डिजाइन वाले हैं.

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