मानहानि के एक मामले में जेल में बंद आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज तिहाड़ जेल से लोगों को चिट्ठी लिखी है। इस चिट्ठी में केजरीवाल ने कहा है कि उनकी लड़ाई भ्रष्टाचार के खिलाफ है और हमेशा जारी रहेगी। इस पत्र में केजरीवाल ने यह भी लिखा है कि वह अपराधी नहीं हैं और जमानत नहीं भरेंगे और जेल में रहना पसंद करेंगे।
चिट्ठी में अरविंद केजरीवाल ने लिखा है, 'मैंने बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष के भ्रष्टाचार पर सवाल खड़ा किया था। वह बाहर हैं, पर मैं जेल में हूं। मुझे बेल लेने को कहा गया, मैं बेल क्यों लूं। मैं मुजरिम नहीं हूं। मुजरिम तो ये भ्रष्टाचारी हैं, उन्हें जमानत लेनी चाहिए।' इस चिट्ठी में केजरीवाल का हस्ताक्षर है और लिखा है 'कैदी नंबर 3642, जेल नंबर 4, तिहाड़।'
केजरीवाल का यह पत्र पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया ने कार्यकर्ताओं की बैठक में पढ़ कर सुनाया। यह बैठक एक स्थानीय अदालत द्वारा केजरीवाल की न्यायिक हिरासत की अवधि 6 जून तक बढ़ाए जाने के बाद पार्टी की रणनीति तय करने के लिए बुलाई गई थी।
चिट्ठी में केजरीवाल ने कहा है 'मेरे खिलाफ मानहानि के कई मामले हैं, लेकिन किसी में भी मुझसे जमानत के लिए नहीं कहा गया, क्योंकि मैं अपराधी नहीं हूं। इस मामले में, मैंने सोचा कि मुझे राहत मिलेगी, लेकिन मुझे जमानत देने के बजाय अदालत ने मुझे जेल भेज दिया। अब मैं तिहाड़ जेल में हूं और मेरे दिमाग में सवाल उठ रहे हैं कि आम आदमी भ्रष्टाचार से कैसे लड़ेगा?' उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में, वह भूखे रहे, पुलिस की लाठियां खाईं, अपमान सहा और अब 'तिहाड़..'।
चिट्ठी में उन्होंने लिखा है 'मेरी ताकत सिर्फ और सिर्फ आप हैं। कृपया मेरे लिए प्रार्थना कीजिए।' पार्टी ने लोगों को केजरीवाल के रुख से अवगत कराने और चिट्ठी की प्रतियां पूरे शहर में वितरित करने के लिए 'संकल्प सभाएं' करने का निर्णय किया है।
गौरतलब है कि केजरीवाल नितिन गडकरी की मानहानि के मामले में आज भी बेल बॉन्ड भरने से इनकार कर दिया, जिसके बाद पटियाला हाउस कोर्ट ने उन्हें दोबारा 6 जून तक के लिए न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेजने का आदेश दे दिया। अदालत ने कहा कि वह पहले के आदेश को नहीं बदलेगी और अगर केजरीवाल चाहें तो इसे ऊपरी अदालत में चुनौती दे सकते हैं। इस पर केजरीवाल ने निचली अदालत में जमानत नहीं मिलने के खिलाफ दिल्ली हाइकोर्ट में अपील करने का फैसला लिया है।
इस मामले की सुनवाई के दौरान अदालत ने आज केजरीवाल से फिर पूछा कि उन्हें मुचलका भरने में क्या परेशानी है जबकि यह सिर्फ एक हलफनामा है। अदालत ने कहा, केजरीवाल के लिए अदालत अलग प्रक्रिया नहीं चला सकती। केजरीवाल ने एक बार फिर निजी मुचलका न भरने की बात कही और अदालत से अपील की कि उन्हें सिर्फ हलफनामे पर रिहा किया जाए।
इससे पूर्व, पटियाला हाउस कोर्ट ने बुधवार को केजरीवाल को 10,000 रुपये का बेल बॉन्ड न भरने के बाद दो दिन की न्यायिक हिरासत में तिहाड़ जेल भेज दिया था, जिसके बाद शाम को आम आदमी पार्टी के समर्थकों ने तिहाड़ जेल के बाहर जमकर प्रदर्शन किया था। पुलिस ने एतियातन तिहाड़ जेल के आसपास धारा 144 लगा दी थी, लेकिन इसके बावजूद केजरीवाल के समर्थक तिहाड़ जेल के बाहर धरने पर जबरन बैठे रहे।
आम आदमी पार्टी ने केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी के खिलाफ कथित भूमि घोटाले को लेकर जन जागरूकता अभियान शुरू करने का फैसला किया है।
'आप' ने कहा, पार्टी किसी भी ऐसे नेता को जनता की नजर से नहीं बचने देगी, जो भ्रष्टाचार में शामिल है और वह भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में अपने राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के सैद्धांतिक रुख के साथ पूरी तरह खड़ी रहेगी। पार्टी सूत्रों का कहना है कि गडकरी के खिलाफ घर-घर जाने का अभियान पहले ही शुरू किया जा चुका है।
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