जम्मू-कश्मीर से धारा 370 को समाप्त किए जाने को लेकर राज्यसभा में कांग्रेस के नेता और सांसद गुलाम नबी आजाद ने कहा कि सत्ताधारी दल सत्ता के नशे में चूर हैं. सांस्कृतिक, भौगोलिक, ऐतिहासिक और राजनीतिक रूप से अलग एक सीमावर्ती राज्य, अनुच्छेद 370 द्वारा हमारे साथ बंधे हुए थे. सत्ता पाने के लिए नशे में, बीजेपी सरकार ने इन 3-4 चीजों को बिखेर दिया हैं. राजनीतिक दल जम्मू-कश्मीर के साथ खड़े होंगे. गुलाम नबी आजाद संसद से बाहर निकल कर इस मुद्दे पर पत्रकारों से बातचीत में कहा है कि सरकार के यह फैसला असंवैधानिक है और हम इसका विरोध करते हैं. गुलाम नबी आजाद के साथ टीएमसी के सांसद भी थें.
GN Azad,Congress: A border state, which is culturally, geographically, historically&politically different was bound together by Article 370. Drunk in power&to get votes, BJP govt scrapped 3-4 things. They've cut off head of the country. Political parties will fight&stand with J&K pic.twitter.com/UCV6WGqD22
— ANI (@ANI) August 5, 2019
इससे पहले जम्मू-कश्मीर से धारा 370 समाप्त किए जाने का फैसला लिया गया है. राज्यसभा में भारत के गृह मंत्री अमित शाह ने इसकी घोषणा की. भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने एक संवैधानिक आदेश में जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाए जाने का आदेश दिया था. जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 के खंड एक को छोड़कर सभी प्रावधानों को खत्म कर दिया गया है. इसकी जानकारी गृह मंत्री ने सदन को दी. इसके साथ ही लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश के रूप में जम्मू-कश्मीर से अलग किया जा रहा है. गृह मंत्री के इस बयान के बाद राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ. राज्यसभा में विपक्षी पार्टी कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि यह असंवैधानिक है और हम इसका विरोध करते हैं. गृह मंत्री के इस घोषणा के बाद देश के कुछ दल सरकार के इस फैसले का समर्थन किया तो कुछ दलों ने इसका विरोध किया. सरकार के इस कदम का विरोध करने वालों में कांग्रेस के अलावा टीएमसी, जेडीयू, एनसी, पीडीपी आदि शामिल हैं.
जम्मू-कश्मीर से धारा 370 के समर्थन में BSP तो विरोध में JDU, जानें कौन-कौन हैं मोदी सरकार के साथ
गृह मंत्री की घोषणा के बाद पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के सांसद नजीर अहमद लवाय और मीर मोहम्मद फैयाज ने सदन में संविधान की प्रतियां फाड़कर अपना विरोध दर्ज कराया. इन सांसदों को राज्यसभा के सभापति ने सदन से जाने का आदेश दिया.
PDP's RS MPs Nazir Ahmad Laway&MM Fayaz protest in Parliament premises after resolution revoking Article 370 from J&K moved by HM in Rajya Sabha; The 2 PDP MPs were asked to go out of the House after they attempted to tear the constitution. MM Fayaz also tore his kurta in protest pic.twitter.com/BtalUZMNCo
— ANI (@ANI) August 5, 2019
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने राज्य से धारा 370 खत्म किए जाने का विरोध किया और कहा, ''आज का दिन भारतीय लोकतंत्र का स्याह दिन है. अनुच्छेद 370 निरस्त करने का भारत सरकार का एकतरफा फैसला गैर कानूनी, असंवैधानिक है. जम्मू-कश्मीर में भारत संचालन बल बन जाएगा. अनुच्छेद 370 पर उठाया गया कदम उपमहाद्वीप के लिए विनाशकारी परिणाम लेकर आएगा, वे जम्मू-कश्मीर के लोगों को आतंकित कर इस क्षेत्र पर अधिकार चाहते हैं. भारत कश्मीर के साथ किये गए वादों को पूरा करने में नाकाम रहा है.''
What did J&K get for acceding to India? Another partition along communal lines? Our special status isn't a gift bestowed upon us. Its a right guaranteed by the same 🇮🇳 parliament. A contract entered into by J&K leadership & India. Today the very same contract has been violated
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 5, 2019
धारा 370 हटने पर बोले पूर्व CM उमर अब्दुल्ला- आगे की लड़ाई लंबी और मुश्किल, हम इसके लिए तैयार
उधर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला ने राज्य से अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर कहा सरकार ने एकतरफा फैसला किया है. यह भरोसे पर पूरी तरह धोखा है.
Statement of Omar Abdullah, Vice-President of National Conference and former Chief Minister of Jammu & Kashmir, on revoking of Article 370 and other decisions announced by Government of India. pic.twitter.com/L9RXggb10k
— ANI (@ANI) August 5, 2019
बिहार में एनडीए के सहयोगी जेडीयू ने सरकार के इस कदम का विरोध किया है. पार्टी नेता के सी त्यागी ने कहा कि हमारी अलग सोच है. हमारे नेता नीतीश कुमार जेपी नारायण, राम मनोहर लोहिया और जॉर्ज फर्नांडिस के विचारों को मानती है. और मेरा मानना है कि धारा 370 नहीं हटाए जाने चाहिए.
KC Tyagi, JD(U): Our chief Nitish Kumar is carrying forward the tradition of JP Narayan, Ram Manohar Lohia & George Fernandes. So our party is not supporting the Bill moved in the Rajya Sabha today. We have different thinking. We want that Article 370 should not be revoked. pic.twitter.com/AdyWWJJzgk
— ANI (@ANI) August 5, 2019
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