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कोई बोला महल, कोई 'हवाई अड्डा'! ग्रीस में खुदाई में 4 हजार साल पुराना ये क्या मिला

जिस इमारत की खोज की गई है, वह ऊपर से देखने में किसी विशाल कार के पहिए की तरह दिखने वाली भूलभुलैया जैसी दिखती है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार- ये इमारत 1800 वर्ग मीटर के इलाके में फैली हुई है.

कोई बोला महल, कोई 'हवाई अड्डा'! ग्रीस में खुदाई में 4 हजार साल पुराना ये क्या मिला
ग्रीस में हुई खुदाई मेमं 4000 हजार साल पुरानी इमारत का चला पता
नई दिल्ली:

 ग्रीस में पुरातत्वविदों ने 4000 साल पुरानी एक इमारत की खोज की है. ये इमारत एक खंडहर रूप में मिली है. पुरातत्वविदों ने जिस इमारत की खोज की है वो क्रेटे द्वीप पर स्थित है. यह इमारत अब दुनियाभर में चर्चा का विषय बनी हुई है. अगर बात इसके आकार की करें तो ये चक्के की तरह दिखती है. अलग-अलग पुरातत्वविद इस इमारत को अलग-अलग तरह से देख रहे हैं और उसकी व्याख्या कर रहे हैं. कुछ पुरातत्वविद इसे एक हवाई अड्डा बता रहे हैं तो कुछ इसे शानदार महल बता रहे हैं.कुछ का तो मानना है कि ये एक पुराना हेलीपैड है. 

इस इमारत की तस्वीरे भी अब जमकर वायरल हो रही है. इस तस्वीर में आपको एक गोल आकार की बड़ी-सी संरचना सामने दिख रही है. ऐसा लग रहा है जैसे किसी ने 4000 साल पहले अपने लिए कोई हैलीपैड बनवाया हो. 

ग्रीस के संस्कृत मंत्रालय ने जारी किया बयान

इस नई और बड़ी खोज को लेकर ग्रीस के संस्कृति मंत्रालय ने भी एक बयान जारी किया किया है. मंत्रालय के अनुसार- यह इमारत क्रेटे मिनोअन सभ्यता की अद्वितीय और बेहद दिलचस्प खोज है. यह सभ्यता शानदार महलों, अपनी कला और रहस्यमय लेखन के लिए प्रसिद्ध रही हैं. 

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जिस इमारत की खोज की गई है वह ऊपर से देखने में किसी विशाल कार के पहिए की तरह दिखने वाली भूलभुलैया जैसी दिखती है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार-यह इमारत 1800 वर्ग मीटर के इलाके में फैला हुआ है, जिस जगह यह खंडहर मिला है उसके पास एक नए एयरपोर्ट का निर्माण हो रहा है. 

इस खोज को लेकर अलग-अलग हैं तर्क

पुरातत्वविदों को अभी तक यह नहीं पता है कि पहाड़ी की चोटी की संरचना किस लिए थी. इसलिए फिलहाल विशेषज्ञों का अनुमान है कि इसका इस्तेमाल किसी अनुष्ठान या धार्मिक समारोह के लिए किया गया होगा.यह इमारत 1.7 मीटर (5.6 फीट) ऊंची आठ चरणबद्ध पत्थर की दीवारों से घिरा, आंतरिक संरचना छोटे, परस्पर जुड़े स्थानों में विभाजित थी और इसमें एक उथली शंक्वाकार छत हो सकती थी.

संस्कृति मंत्रालय के बयान में कहा गया है कि ऐसा प्रतीत होता है कि यह किसी का घर नहीं था. ऐसा इसलिए भी क्योंकि इस इमारत के अंदर से बड़ी मात्रा में जानवरों की हड्डियां मिली हैं. ऐसा लगता है कि इसका उपयोग समय-समय पर संभवतः अलग-अलग तरह के अनुष्ठान समारोहों के लिए किया जाता रहा होगा. 

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