विज्ञापन
This Article is From Jun 30, 2015

आरा कोर्ट में ब्लास्ट करा कर फरार होनेवाले लंबू शर्मा की गिरफ्तारी के बाद हुआ बड़ा खुलासा

आरा कोर्ट में ब्लास्ट करा कर फरार होनेवाले लंबू शर्मा की गिरफ्तारी के बाद हुआ बड़ा खुलासा
नई दिल्‍ली: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 23 जून को आरा कोर्ट में ब्लास्ट करने वाले लंबू शर्मा को गिरफ्तार किया था। इस मामले में कई बड़े खुलासे हुए हैं। स्पेशल सेल के सूत्रों की मानें तो चांद मियां जो पहले मुख्तार अंसारी की गैंग का मेंबर था, उसी ने मुख्तार को मारने की साजिश रची थी।

सूत्रों की मानें तो किसी डील को लेकर मुख्तार से उसका झगड़ा हो गया था, इसके बाद चांद मियां मुख्तार अंसारी के एंटी ब्रजेश सिंह के गैंग के लिए काम करने लगा। लेकिन इस बात से मुख्तार अंसारी पूरी तरह अंजान था। चांद मियां को पता था कि आरा जेल में बंद लंबू शर्मा बम बनाने में एक्सपर्ट है।

इसके बाद चांद मियां ने आरा जेल में लंबू शर्मा से मुलाकात की और फिर लंबू शर्मा को मुख्तार अंसारी को खत्म करने के लिए 6 करोड़ की सुपारी दी जिसके लिए 50 लाख का एडवांस भी दिया था। इतने पैसों के लिए ही लंबू शर्मा मुख्तार अंसारी को मारने के लिए तैयार हो गया। इसके बाद चांद मियां और उसके गैंग के लोगों ने लंबू शर्मा को जेल से बाहर निकालने के लिए पूरी प्लानिंग की।

लंबू शर्मा ने आरा जेल में ब्लास्ट करने के लिए मानव बम का इस्तेमाल किया। आरा कोर्ट में नगीना नाम की महिला जेल में बंद एक और कैदी उमा सिंह से मिलने आती थी, तभी लंबू शर्मा ने इस महिला से बाते करनी शुरू की औऱ उसका मोबाइल नंबर ले लिया। कुछ समय बाद लंबू शर्मा औऱ नगीना दोस्त बन गए औऱ प्लानिंग के तहत लंबू ने नगीना को अपने गैंग के आदमी से एक पैकेट दिलाया जिसमें टिफिन के साथ एक कैमरा था।

लंबू ने नगीना को कहा था कि वो कोर्ट में उसे देखकर कैमरे से फोटो ले। नगीना को नहीं पता था कि इस कैमरे में बम है। सूत्रों की मानें तो 23 जनवरी से पहले भी एक बार नगीना आरा कोर्ट में लंबू शर्मा को पुलिस के साथ देखकर कैमरे के बटन को दबाने वाली थी लेकिन उस वक्त लंबू अपनी ब्लूटूथ से नगीना के संपर्क में था और उसके माहौल को देखते हुए कैमरे को चलाने से मना कर दिया। इसके बाद 23 जनवरी को नगीना लंबू शर्मा के और करीब आ गई और लंबू को भरोसा था कि अगर अब ब्लास्ट होता है तो पुलिस वालों को नुकसान पहुंचेगा।

उसके बाद लंबू ने नगीना को इशारा किया औऱ नगीना ने कैमरे के बटन को दबा दिया औऱ कोर्ट में ब्लास्ट हुआ औऱ लंबू शर्मा अपने साथी के साथ कोर्ट से भागने में कामयाब हो गया। आरा कोर्ट से फरार होने के बाद लंबू शर्मा महाराष्ट्र भाग गया औऱ वहां से चांद मियां को फोन कर पूरी प्लानिंग समझने के लिए मुख्तार के एंटी ब्रजेश सिंह से मुलाकात कराने के लिए बुलाया।

ब्रजेश सिंह औऱ चांद मिया ने लंबू शर्मा को मुख्तार को मारने की सुपारी दी। इसके बाद चांद मियां ने लंबू शर्मा की मुलाकात यूपी की आगरा जेल में मुख्तार अंसारी से कराई। सूत्रों की मानें तो मुख्तार अंसारी इस बात से अंजान था कि चांद मियां उससे अलग हो चुका है और उसी की सुपारी देने के लिए लंबू शर्मा को उसकी पहचान कराने के लिए लाया था। मुख्तार को लगा था कि लंबू शर्मा को अपने गैंग में शामिल कराने के लिए लाया है। लेकिन चांद मियां लंबू शर्मा के साथ मिलकर मुख्तार को मरवाने की पूरी साजिश रच चुका था औऱ इसके लिए 50 लाख एडवांस भी लंबू शर्मा को दे दिया गया था औऱ जेल में मुख्तार की पहचान भी करा दी गई थी।

सूत्रों की मानें तो मुख्तार की पहचान करने के बाद लंबू शर्मा लुधियाना चला गया औऱ उसके बाद चांद मिया ने मुख्तार को मारने की तारीख तय करने के लिए दिल्ली बुलाया। स्पेशल सेल के सूत्रों की मानें तो चांद मियां दिल्ली में बिहार के जेडीयू के एक सांसद से मिलने आता रहता था और एक दिन चांद ने सांसद के घर ही लंबू शर्मा को मिलने के लिए बुलाया औऱ फिर आगे की प्लानिंग रची गई। लेकिन इससे पहले मुख्तार को मारने का दिन तय होता उससे पहले ही दिल्ली के कश्मीरी गेट से स्पेशल सेल ने लंबू शर्मा को गिरफ्तार कर लिया।

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के साथ आईबी ने भी लंबू शर्मा से पूछताछ की औऱ फिर बिहार पुलिस लंबू को लेकर बिहार जा चुकी है और लंबू शर्मा से पूछताछ कर रही है। जिस जेडीयू सांसद के घर लंबू शर्मा आया था वो अभी बिहार में है और इस सांसद के रोल की भी जांच की जा रही है।

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
आरा कोर्ट ब्‍लास्‍ट, लंबू शर्मा, मुख्‍तार अंसारी, दिल्‍ली पुलिस, बिहार पुलिस, साजिश का खुलासा, Ara Civil Court Blast, Lambu Sharma, Mukhtar Ansari, Delhi Police, Bihar Police
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com