हैदराबाद:
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन किरण कुमार रेड्डी ने उन खबरों को खारिज कर दिया है, जिनमें कहा गया है कि पृथक तेलंगाना राज्य के गठन के कांग्रेस नेतृत्व के फैसले के मद्देनजर उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने मीडिया के एक वर्ग में आईं इस्तीफे की खबरों को झूठा और निराधार बताया है।
रेड्डी, मंगलवार को पार्टी नेतृत्व के बुलावे पर संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) और कांग्रेस की कार्यकारी समिति की बैठक में हिस्सा लेने के लिए नई दिल्ली रवाना हुए।
दूसरी तरफ, कांग्रेस सूत्रों ने, पार्टी द्वारा राज्य को विभाजित करने का फैसला लिए जाने की स्थिति में, रेड्डी के इस्तीफे की संभावना से इनकार नहीं किया है। रेड्डी पहले ही पार्टी नेतृत्व से कह चुके हैं कि वह राज्य के विभाजन के पक्ष में नहीं हैं।
यदि रेड्डी इस्तीफा देते हैं तो पार्टी पृथक तेलंगाना राज्य के गठन के मद्देनजर उनकी जगह किसी अन्य को मुख्यमंत्री पद सौंप सकती है या राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर सकती है।
कांग्रेस की कोर समिति ने पिछले सप्ताह एक बैठक में पृथक तेलंगाना राज्य पर उनके विरोध को खारिज कर दिया था। रायलसीमा क्षेत्र से संबद्ध रखने वाले रेड्डी पृथक तेलंगाना राज्य के पक्ष में नहीं हैं और पार्टी नेतृत्व से आग्रह कर चुके हैं कि कम से कम फिलहाल इस मसले को टाल दिया जाए।
कोर समिति की बैठक के बाद रेड्डी पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिले थे, पर उन्हें निराशा ही हाथ लगी।
एक अन्य मंत्री टीजी वेंकटेश ने भी कहा है कि यदि पृथक तेलंगाना राज्य के गठन का फैसला लिया गया, तो एन किरण कुमार रेड्डी इस्तीफा दे सकते हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने मीडिया के एक वर्ग में आईं इस्तीफे की खबरों को झूठा और निराधार बताया है।
रेड्डी, मंगलवार को पार्टी नेतृत्व के बुलावे पर संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) और कांग्रेस की कार्यकारी समिति की बैठक में हिस्सा लेने के लिए नई दिल्ली रवाना हुए।
दूसरी तरफ, कांग्रेस सूत्रों ने, पार्टी द्वारा राज्य को विभाजित करने का फैसला लिए जाने की स्थिति में, रेड्डी के इस्तीफे की संभावना से इनकार नहीं किया है। रेड्डी पहले ही पार्टी नेतृत्व से कह चुके हैं कि वह राज्य के विभाजन के पक्ष में नहीं हैं।
यदि रेड्डी इस्तीफा देते हैं तो पार्टी पृथक तेलंगाना राज्य के गठन के मद्देनजर उनकी जगह किसी अन्य को मुख्यमंत्री पद सौंप सकती है या राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर सकती है।
कांग्रेस की कोर समिति ने पिछले सप्ताह एक बैठक में पृथक तेलंगाना राज्य पर उनके विरोध को खारिज कर दिया था। रायलसीमा क्षेत्र से संबद्ध रखने वाले रेड्डी पृथक तेलंगाना राज्य के पक्ष में नहीं हैं और पार्टी नेतृत्व से आग्रह कर चुके हैं कि कम से कम फिलहाल इस मसले को टाल दिया जाए।
कोर समिति की बैठक के बाद रेड्डी पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से भी मिले थे, पर उन्हें निराशा ही हाथ लगी।
एक अन्य मंत्री टीजी वेंकटेश ने भी कहा है कि यदि पृथक तेलंगाना राज्य के गठन का फैसला लिया गया, तो एन किरण कुमार रेड्डी इस्तीफा दे सकते हैं।
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