नई दिल्ली:
राम सेतु के अस्त्वित पर काफी समय से बहस होती रही है. मगर एक अमेरिकी चैनल द्वारा इसकी पुष्टि के बाद से भारतीय जनता पार्टी के दावों को और बल मिल गया है. बुधवार को भाजपा ने कहा कि एक अमेरिकी चैनल में पेश नये कार्यक्रम में ‘राम सेतु’ के मानव निर्मित होने का दावा हमारे रुख की पुष्टि करता है. पार्टी ने साथ ही इस बात पर जोर दिया कि वह भगवान राम के अस्तित्व में आस्था रखती है.
केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता पीयूष गोयल ने संवाददाताओं से कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब भी हिन्दू धर्म के सम्मान की बात आती है, कांग्रेस का रुख ठीक नहीं रहता है. हम चाहते हैं कि राम सेतु के मुद्दे पर विवाद का हमेशा के लिये निपटारा हो जाए. हमें राम सेतु का सम्मान करना चाहिए और इसे कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाना चाहिए. बता दें कि चैनल के एक कार्यक्रम में दावा किया गया है कि ‘राम सेतु’ प्राकृतिक तौर पर निर्मित नहीं बल्कि मानव निर्मित है.
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एक साइंस चैनल द डिक्सवरी के शो ' प्राचीन लैंड ब्रिज' में अमेरिकी पुरातत्वविदों ने नासा सैटेलाइनट की तस्वीरों का उल्लेख करते हुए दावा किया है कि रामसेतु कोरी कल्पना नहीं हो सकता है क्योंकि भारत और श्रीलंका के बीच 30 मील (48 किमी) की लंबाई वाला पुल करीब 7000 साल पुराना है, जो चट्टानों से बना है. ये भी दावा किया गया है कि यह संरचना प्राकृतिक नहीं है, बल्कि मानव निर्मित है.
केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि इस दावे ने भारतीय जनता पार्टी के रुख की पुष्टि की है. प्रसाद ने पूर्ववर्ती संप्रग सरकार द्वारा उच्चतम न्यायालय में दायर हलफनामे पर प्रश्न चिन्ह उठाया जिसमें इस मान्यता पर सवाल उठाया गया था कि राम सेतु भगवान राम द्वारा बनवाया गया था जो अपनी पत्नी सीता को छुड़ाने के लिए इस सेतु के माध्यम से लंका तक पहुंचना चाहते थे और जिसका उल्लेख रामायण ग्रंथ में हैं.
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प्रसाद ने कहा, 'जिन लोगों ने हलफनामा दाखिल किया था उन्हें अब जवाब देना चाहिए. शोध ने इस बात को साबित किया है. भाजपा हमेशा से इस बात पर जोर देती रही है कि यह सेतु हमारी सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है.' वहीं, गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा, “यही बात भाजपा अकेले कहती आ रही है.' केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि हम जिस बात को काफी समय से कहते आ रहे थे, उस बात की अब पुष्टि हुई है. राम सेतु भारतीयों की आस्था से जुड़ा है.
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केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता पीयूष गोयल ने संवाददाताओं से कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब भी हिन्दू धर्म के सम्मान की बात आती है, कांग्रेस का रुख ठीक नहीं रहता है. हम चाहते हैं कि राम सेतु के मुद्दे पर विवाद का हमेशा के लिये निपटारा हो जाए. हमें राम सेतु का सम्मान करना चाहिए और इसे कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाना चाहिए. बता दें कि चैनल के एक कार्यक्रम में दावा किया गया है कि ‘राम सेतु’ प्राकृतिक तौर पर निर्मित नहीं बल्कि मानव निर्मित है.
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एक साइंस चैनल द डिक्सवरी के शो ' प्राचीन लैंड ब्रिज' में अमेरिकी पुरातत्वविदों ने नासा सैटेलाइनट की तस्वीरों का उल्लेख करते हुए दावा किया है कि रामसेतु कोरी कल्पना नहीं हो सकता है क्योंकि भारत और श्रीलंका के बीच 30 मील (48 किमी) की लंबाई वाला पुल करीब 7000 साल पुराना है, जो चट्टानों से बना है. ये भी दावा किया गया है कि यह संरचना प्राकृतिक नहीं है, बल्कि मानव निर्मित है.
केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने कहा कि इस दावे ने भारतीय जनता पार्टी के रुख की पुष्टि की है. प्रसाद ने पूर्ववर्ती संप्रग सरकार द्वारा उच्चतम न्यायालय में दायर हलफनामे पर प्रश्न चिन्ह उठाया जिसमें इस मान्यता पर सवाल उठाया गया था कि राम सेतु भगवान राम द्वारा बनवाया गया था जो अपनी पत्नी सीता को छुड़ाने के लिए इस सेतु के माध्यम से लंका तक पहुंचना चाहते थे और जिसका उल्लेख रामायण ग्रंथ में हैं.
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प्रसाद ने कहा, 'जिन लोगों ने हलफनामा दाखिल किया था उन्हें अब जवाब देना चाहिए. शोध ने इस बात को साबित किया है. भाजपा हमेशा से इस बात पर जोर देती रही है कि यह सेतु हमारी सांस्कृतिक धरोहर का हिस्सा है.' वहीं, गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू ने कहा, “यही बात भाजपा अकेले कहती आ रही है.' केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि हम जिस बात को काफी समय से कहते आ रहे थे, उस बात की अब पुष्टि हुई है. राम सेतु भारतीयों की आस्था से जुड़ा है.
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