
पंजाब और हरियाणा के किसान संसद में पारित कृषि सुधार विधेयकों के खिलाफ शुक्रवार को हड़ताल करेंगे. इधर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) ने गुरुवार को कहा कि वह संसद में पारित तीन "किसान विरोधी" बिलों के खिलाफ राजनीतिक लड़ाई का नेतृत्व करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने यहां एक बयान में कहा, "मैं वह करूंगा जो मेरे किसानों और मेरे राज्य को इन खतरनाक नए कानूनों से बचाने के लिए करेगा, जिसके कार्यान्वयन से कृषि क्षेत्र अपंग हो जाएगा और पंजाब की जीवनरेखा भी नष्ट हो जाएगी."
बताते चले कि शुक्रवार को होने वाले पंजाब बंद के लिए 31 किसान संगठनों ने हाथ मिलाया है.हरियाणा में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) समेत कई संगठनों ने कहा है कि उन्होंने विधेयकों के खिलाफ कुछ किसान संगठनों द्वारा आहूत राष्ट्रव्यापी हड़ताल का समर्थन किया है. पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने प्रदर्शन के दौरान किसानों से कानून-व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने और कोरोना वायरस से जुड़े सभी नियमों का पालन करने की अपील की है . एक बयान में सिंह ने कहा कि राज्य सरकार विधेयकों के खिलाफ लड़ाई में पूरी तरह किसानों के साथ है और धारा 144 के उल्लंघन के लिए प्राथमिकी दर्ज नहीं की जाएगी . मुख्यमंत्री ने कहा कि हड़ताल के दौरान कानून-व्यवस्था की दिक्कतें पैदा नहीं करनी चाहिए.
उन्होंने किसानों से यह सुनिश्चित करने की अपील की है कि नागरिकों को किसी तरह की दिक्कतें नहीं हो और आंदोलन के दौरान जान-माल को किसी भी प्रकार का खतरा नहीं होना चाहिए.
VIDEO: पंजाब में किसानों का रेल रोको आंदोलन
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं