फैक्ट-चेकिंग वेबसाइट AltNews के सह-संस्थापक मोहम्मद जुबैर को दिल्ली पुलिस ने सोमवार को धार्मिक भावनाओं को आहत करने और वैमनस्य को बढ़ावा देने के आरोप में गिरफ्तार किया है. मोहम्मद जुबैर को दिल्ली पुलिस ने मजिस्ट्रेट के घर पर पेश किया. जहां उन्हें 1 दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा गया. उन्हें आज फिर कोर्ट में पेश किया जाएगा. AltNews के सह संस्थापक प्रतीक सिन्हा ने कहा कि मोहम्मद जुबैर को दिल्ली पुलिस ने अन्य मामले में पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन गिरफ्तारी दूसरे मामले में हुई है. सिन्हा ने आरोप लगाया कि अनिवार्य नोटिस नहीं दिया गया. उन्होंने ट्वीट किया कि बार-बार अनुरोध के बावजूद हमें एफआईआर की कॉपी नहीं दी जा रही है.
हालांकि पुलिस ने कहा कि जुबैर इस मामले की जांच में शामिल हुए थे, मामला स्पेशल सेल पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया था, और "पर्याप्त सबूत होने के बाद" गिरफ्तार किया गया है. जुबैर से अभी भी पूछताछ की जा रही है और पुलिस मंगलवार को उन्हें मजिस्ट्रेट के सामने पेश करेगी ताकि आगे की हिरासत की मांग की जा सके. दरअसल, दिल्ली पुलिस को एक ट्विटर हैंडल से शिकायत मिली थी, जिसमें कथित तौर पर आरोप लगाया गया था कि मोहम्मद जुबैर ने एक ऐसी आपत्तिजनक तस्वीर ट्वीट करने के साथ एक धर्म के देवी-देवताओं का जानबूझकर अपमान किया गया था. शिकायत में कहा गया था कि ये ट्वीट लगातार रीट्वीट हुआ और ऐसा प्रतीत होता है कि सोशल मीडिया पर ऐसी एक फौज है, जो शांति व्यवस्था को बिगाड़ने के साथ इस काम में जुटी है.
पुलिस का कहना है कि यह सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने वाले और शांति व्यवस्था में खलल पैदा हो सकता था. जुबैर सोमवार को जांच में शामिल हुए. दिल्ली पुलिस ने स्टेटस रिपोर्ट दी थी और जिसमें मोहम्मद जुबैर का ट्वीट आपत्तिजनक नहीं पाया गया. जबकि उनके ट्वीट के बाद किए गए अन्य ट्वीट सवाल खड़े करने वाले और अपमानजनक थे. FIR no. 194/20 की जांच के दौरान उनसे पहले भी पूछताछ हुई थी और जांच अब निष्कर्ष की ओर है.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए कहा, 'बीजेपी की नफरत, कट्टरता और झूठ को उजागर करने वाला हर शख्स उनके लिए खतरा है.' कांग्रेस नेता शशि थरूर ने जुबैर की गिरफ्तारी को "सच्चाई पर हमला" करार दिया और उनकी रिहाई की मांग की. कांग्रेस के एक अन्य नेता, राज्यसभा सदस्य जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस बदले की भावना से काम कर रही है क्योंकि AltNews सरकार के फर्जी दावों को उजागर करता है.
वकील-कार्यकर्ता प्रशांत भूषण ने भी गुस्से जाहिर किया. उन्होंने एनडीटीवी से कहा, 'यह सरकार उन लोगों के पीछे पड़ी है जो हेट स्पीच का पर्दाफाश कर रहे हैं.' 2017 में एक गैर-लाभकारी संस्था के रूप में स्थापित, AltNews दुनिया के सबसे प्रमुख फैक्ट-चेकिंग संस्थान में से एक है. इसके संस्थापकों को वर्षों से ऑनलाइन ट्रोलिंग और पुलिस मामलों का सामना करना पड़ रहा है. जुबैर के खिलाफ सबसे हालिया मामलों में से एक करीब एक महीने पहले उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में उसी तरह के आरोप में दर्ज किया गया था, जिसके लिए उन्हें दिल्ली में उन्हें गिरफ्तार किया गया है.
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