देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) के मामलों में कमी और टीकाकरण अभियान (Vaccination Drive) के बीच बिहार में COVID-19 टेस्टिंग में गड़बड़ी (Bihar Corona Testing Scam) के आरोप लग रहे हैं, जहां स्वास्थ्यकर्मी फर्जी नाम और मोबाइल नंबर के जरिये फर्जी टेस्ट रिपोर्ट तैयार कर रहे थे. बिहार के एक शख्स ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्यकर्मी उनके यहां से तीन महिलाओं को टेस्ट के लिए लेकर गए थे और बिना कोरोना टेस्ट के ही उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई. बाद में डीएम से शिकायत करने पर जांच कराई गई तो रिपोर्ट निगेटिव निकली. वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के राज्यसभा सांसद मनोज झा (Manoj Jha) ने शुक्रवार को इस मुद्दे को सदन में उठाया और इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग की है.
वहीं, बिहार के खगाड़िया के रहने वाले एक शख्स का दावा है कि लॉकडाउन के चलते हमारा काम बंद हो गया था. यहां से तीन महिलाओं को जांच के लिए ले जाया गया था. बिना जांच के ही तीनों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई थी. इन्हें क्वॉरंटीन में रख दिया गया. हमने डीएम से इस मामले की शिकायत की तो उन्होंने जांच कराई और रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद छोड़ दिया गया. उन्होंने स्वास्थकर्मियों पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है.
पार्टी के राज्यसभा सांसद @manojkjhadu जी ने बिहार में कोरोना टेस्ट के नाम पर हुए घोटाले की जाँच की माँग की। सभापति उपराष्ट्रपति श्री @MVenkaiahNaidu जी ने भी कहा कि मामला गंभीर और अतिमहत्वपूर्ण है। इसकी जाँच के लिए उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री को कहा।
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) February 12, 2021
भ्रष्ट CM जवाब दे। pic.twitter.com/50Jd1PVs5G
राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज झा ने राज्यसभा में आज कहा कि एक अंग्रेजी अखबार में बिहार में कोविड-19 टेस्टिंग के साथ जो खिलवाड़ हुआ है वह बात सामने आई है. सातवें दिन आंकड़ा एक लाख हो गया. 14 वें दिन दो लाख हो गया अब सब चीजें सामने आ रही हैं. कई ब्लैंक कॉलम्स है. इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए. राज्यसभा के सभापति वेंकैया नायडू ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्री जी इसकी इंक्वायरी से ही मालूम पड़ेगा यह जांच का विषय है.
वहीं, बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा है कि कोरोना जांच घोटाले में किसी को बख्शा नहीं जायेगा. एक अंग्रेजी अख़बार द्वारा छापी गई ख़बरों पर संज्ञान लेते हुए पांडे ने कहा कि जो भी ख़बरें छप रही हैं, उसके हर बिंदु की जांच का आदेश दे दिया गया है. दोषियों के खिलाफ सख़्त से सख़्त कार्रवाई की जाएगी.
हालांकि मंगल पांडे ने NDTV इंडिया से बातचीत में ये भी दावा किया कि अख़बार में छपे कई ऐसे नाम हैं जिनके बारे में जांच कराने पर पाया गया कि उनकी जांच हुई है. उनसे जब एंटिजन जांच के सम्बंध में फ़र्ज़ी नाम और मोबाइल नम्बर के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि फ़िलहाल जांच की रिपोर्ट आ जाने दीजिए अगर कोई दोषी होगा तो उसके ख़िलाफ़ कार्रवाई होगी.
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