समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव सोमवार को तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव से मिलने के लिए विशेष विमान से हैदराबाद पहुंचे. दोनों नेताओं की यह बैठक उस समय हुई है जब एक दिन पहले ही राहुल गांधी ने ऐलान किया कि कांग्रेस राज्य की सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति के करीबी किसी भी दल के साथ गठबंधन नहीं करेगी. साथ ही महाराष्ट्र में एनसीपी में बड़ी टूट हुई है. बीआरएस सूत्रों ने कहा कि यादव की हैदराबाद यात्रा से पता चलता है कि विपक्षी दलों को भाजपा से मुकाबला करने की लड़ाई में केसीआर और बीआरएस के महत्व का एहसास है.
दिलचस्प बात यह है कि यादव ने प्रगति भवन जाते समय कहा कि उन्हें बीजेपी सरकार को हटाने के तरीके खोजने होंगे और यह इसी दिशा में काम करने का एक प्रयास है. हालांकि बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष ने हाल ही में कहा था कि उनका प्रयास किसी पार्टी को हटाने का नहीं बल्कि मुद्दों पर होना चाहिए. उन्होंने कांग्रेस और भाजपा की बराबरी करते हुए कहा था कि दोनों को हटाने की जरूरत है.
एक सरकारी विज्ञप्ति के मुताबिक, दोनों नेताओं के बीच राष्ट्रीय राजनीति और मुद्दों पर चर्चा हुई. विज्ञप्ति में कहा गया है कि राव ने अपने कैंप कार्यालय एवं आधिकारिक आवास, प्रगति भवन में दोपहर के भोजन पर अखिलेश की मेजबानी की.
राव और अखिलेश के बीच मुलाकात इसलिए अहम है, क्योंकि यह हाल में पटना में विपक्षी नेताओं की बैठक की पृष्ठभूमि में हुई है. राव की बीआरएस ने पटना में पिछले महीने हुई विपक्षी दलों की बैठक में हिस्सा नहीं लिया था. इससे पहले, तेलंगाना के पशुपालन मंत्री टी श्रीनिवास यादव और अन्य बीआरएस नेताओं ने अखिलेश का स्वागत किया.
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