केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने कहा है कि दिल्ली एयरपोर्ट पर यात्रियों की भारी भीड़ अप्रत्याशित (Unexpected) थी और उन बाधाओं को दूर करने की तमाम प्रयास किए गए हैं जिसके चलते पिछले कुछ दिनों में भारी भीड़ और अराजकता की स्थिति निर्मित हुई है. हालांकि अभी भी स्थिति सामान्य होने में सात से 10 दिन का समय लगेगा. गौरतलब है कि मंगलवार को इंडिगो और एयर इंडिया सहित कई एयरलाइनों ने यात्रियों को उड़ान के समय से तीन से चार घंटे पहले एयरपोर्ट पहुंचने के लिए कहा था.
सिंधिया ने कहा कि नागर विमानन क्षेत्र में तेज रिकवरी देखी गई है. कोविड के मामले में कमी के बाद इस सेक्टर में उछाल आया है लेकिन इसके साथ ही यह लॉजिस्टिक और ऑपरेशंस संबंधी परेशानियां भी लेकर आया है. यात्रा के इच्छुक यात्रियों की डिमांड और एयरलाइंस की सप्लाई के बीच, एयरपोर्ट को सहज और कुशल सेवा प्रदान करनी होती है. एयरपोर्ट ऑपरेटर्स की जिम्मेदारी ऐसी सेवा प्रदान करना है. एयरपोर्ट्स पर भीड़भाड़ का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि किसी ने भी विंटर फेस्टिवल वेकेशंस के लिए इतनी भीड़ की यह कल्पना नहीं की थी. इस बारे में मैंने सभी एयरपोर्ट्स ऑपरेटर्स के साथ बैठक की है. एयरपोर्ट सुरक्षा जांच का भी एक पहलू हैं लेकिन मैं स्पष्ट कर दूं कि सीआईएसएफ के स्टाफ के कारण यह देरी नहीं है.
दिल्ली एयरपोर्ट के बारे में केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने कहा कि हमारे पास फिलहाल 11 लाइनें है लेकिन जरूरत ऐसी 16 लाइंस की है. मेरी एयरपोर्ट ऑपरेटर्स से चर्चा हुई है और इसकी व्यवस्था की जा रही है. प्रवेश द्वारों (Entry gates)को लेकर भी समस्या है. यदि गेट नंबर 6 पर 20 मिनट और गेट नंबर 11 पर केवल दो मिनट के इंतजार की स्थिति है तो इसे तुरंत बदला जाना चाहिए. इसे डिस्प्ले स्क्रीन पर भी दिखाना होगा. एयरपोर्ट ऑपरेटर के साथ मेरी चर्चा के बाद अब यही सब किया जा रहा है.उन्होंने कहा कि एयरपोर्ट के भीतर सिक्युरिटी चेकप्वाइंट्स की संख्या 11 से बढ़ाकर 20 की जा रही है. आज की स्थिति में ऐसे 17 चेकप्वाइंट्स है. इसके साथ ही हमने सभी गैरजरूरी बैरिकेड्स (Unnecessary barricades) हटा दिए हैं.
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