प्रतीकात्मक फोटो
नई दिल्ली:
अगुस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर डील की जांच का पिटारा शनिवार को सीबीआई मुख्यालय में फिर से खुला। पूर्व डिप्टी एयर चीफ जेएस गुजराल दुबारा अपना बयान देने पहुंचे। वे इस मामले में आरोपी नहीं, बल्कि गवाह हैं। वे 1 मार्च 2005 की उस मीटिंग में शामिल थे जिसमें वीवीआईपी हेलीकॉप्टर खरीदने को लेकर चर्चा हुई थी।
360 करोड़ की रिश्वत का मामला
अगुस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर डील में 360 करोड़ की रिश्वत की बात सामने आने के बाद सीबीआई ने 2013 में 13 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। आरोपियों में उस समय के एयर चीफ एसपी त्यागी, उनके दो चचेरे भाई, तीन दलाल और कुछ अन्य लोग शामिल थे। हालांकि सबूतों के अभाव में सीबीआई अब तक एक ही आरोपी गौरव खेतान को गिरफ्तार कर सकी है। विदेश में बैठे तीन दलालों की गिरफ्तारी के लिए दिसंबर 2015 में इंटरपोल के जरिए रेड कार्नर नोटिस भी जारी हुआ था।
सीबीआई का कहना कि वह अब तक इस मामले में 100 लोगों से पूछताछ कर चुकी है। आरोप झेल रहे पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी से सोमवार को सीबीआई पूछताछ करेगी।
360 करोड़ की रिश्वत का मामला
अगुस्ता वेस्टलैंड हेलीकॉप्टर डील में 360 करोड़ की रिश्वत की बात सामने आने के बाद सीबीआई ने 2013 में 13 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था। आरोपियों में उस समय के एयर चीफ एसपी त्यागी, उनके दो चचेरे भाई, तीन दलाल और कुछ अन्य लोग शामिल थे। हालांकि सबूतों के अभाव में सीबीआई अब तक एक ही आरोपी गौरव खेतान को गिरफ्तार कर सकी है। विदेश में बैठे तीन दलालों की गिरफ्तारी के लिए दिसंबर 2015 में इंटरपोल के जरिए रेड कार्नर नोटिस भी जारी हुआ था।
सीबीआई का कहना कि वह अब तक इस मामले में 100 लोगों से पूछताछ कर चुकी है। आरोप झेल रहे पूर्व वायुसेना प्रमुख एसपी त्यागी से सोमवार को सीबीआई पूछताछ करेगी।