विज्ञापन
This Article is From Nov 21, 2018

नौसेना के लिए दो युद्धपोतों पर भारत का रूस से करार, इस साल मिलेगा पहला जहाज

भारत और रूस ने मंगलवार को भारतीय नौसेना के लिए गोवा में दो मिसाइल युद्धपोतों के निर्माण के लिहाज से 50 लाख डॉलर के सौदे पर हस्ताक्षर किये.

नौसेना के लिए दो युद्धपोतों पर भारत का रूस से करार, इस साल मिलेगा पहला जहाज
प्रतीकात्मक फोटो
  • नौसेना के लिए दो युद्धपोतों के निर्माण का करार
  • भारत का रूस से हुआ करार
  • पहला जहाज 2026 में जलावतरण के लिए तैयार होगा
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नई दिल्ली: भारत और रूस ने मंगलवार को भारतीय नौसेना के लिए गोवा में दो मिसाइल युद्धपोतों के निर्माण के लिहाज से 50 लाख डॉलर के सौदे पर हस्ताक्षर किये और अमेरिका की पाबंदियों की चेतावनी के बावजूद उच्चस्तरीय रक्षा सहयोग जारी रखने के स्पष्ट संकेत दिये. अधिकारियों ने कहा कि रक्षा क्षेत्र की पीएसयू गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (जीएसएल) और रूस की सरकारी रक्षा निर्माता रोसोबोरोनएक्सपोर्ट के बीच तलवार श्रेणी के दो युद्धपोतों के निर्माण के लिए करार किया गया. यह समझौता रक्षा सहयोग के लिए सरकार से सरकार के बीच रूपरेखा के तहत किया गया. 

‘एस-400 वायु रक्षा प्रणाली' के लिए भारत और रूस के बीच करार - 10 खास बातें

इस सौदे के तहत रूस भारत में युद्धपोतों के निर्माण के लिए जीएसएल को डिजाइन, प्रौद्योगिकी और कुछ सामग्री प्रदान करेगा. जहाजों में अत्याधुनिक मिसाइलें और अन्य शस्त्र प्रणालियां लगी होंगी। जीएसएल के सीएमडी शेखर मित्तल ने बताया, ‘‘हमने गोवा में दो युद्धपोतों के निर्माण के लिए रूस के साथ 50 करोड़ डॉलर के समझौते को अंतिम रूप दिया है.'' 

VIDEO: भारत और रूस के बीच बड़ी डिफेंस डील
उन्होंने बताया कि युद्धपोतों का निर्माण 2020 में शुरू होगा और पहला जहाज 2026 में जलावतरण के लिए तैयार होगा, वहीं दूसरा 2027 तक तैयार होगा.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com