 
                                            दुनियाभर में बोइंग 787, यानी ड्रीमलाइनर का संकट बढ़ता जा रहा है। जापान और अमेरिका के बाद भारत में एयर इंडिया ने भी अपने सभी छह ड्रीमलाइनर की उड़ानों पर फिलहाल रोक लगी दी है।
                                            
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                                                                                नई दिल्ली: 
                                        एयर इंडिया ने अपने सभी छह बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमानों की उड़ान रोक दी है। एयर इंडिया ने यह कदम अमेरिकी नियामक संघीय विमानन प्रशासन (एफएए) के निर्देश के बाद उठाया है।
एफएए ने अपने निर्देशों में अब तक विभिन्न कंपनियों को बिके सभी 50 ड्रीमलाइनरों की उड़ान सुरक्षा कारणों के चलते रोकने को कहा था। जिन देशों की कंपनियों ने अब ड्रीमलाइनर खरीदे हैं, उनके विमानन नियामकों को इनका तत्काल पालन करना था।
जापान ने अपनी दो विमानन कंपनियों- ऑल निप्पन एयरवेज तथा जापान एयरलाइंस के पास मौजूद 24 ड्रीमलाइनों की उड़ान बुधवार को रोक दी थी। एयर इंडिया के अधिकारियों ने कहा कि उसने एफएए के निर्देश तथा डीजीसीए के परामर्श को देखते हुए अपने बेड़े में शामिल सभी छह ड्रीमलाइनर विमानों की उड़ानें तत्काल प्रभाव से रोक दी हैं।
अधिकारियों ने कहा कि एफएए ने ड्रीमलाइनर के पूरे बेड़े की उड़ानें रोकने को कहा है। नियामक ने विमान कंपनी बोइंग से उसके विभिन्न मानकों का अनुपालन प्रदर्शन करने को कहा है। एयर इंडिया ने हालांकि यह भी कहा है कि ड्रीमलाइनर की उड़ानें रकने से उसकी उड़ानों पर कोई असर नहीं होगा। कंपनी पेरिस व फ्रैंकफर्ट मार्ग पर अब बोइंग 777 का इस्तेमाल करेगी।
कंपनी छह में से एक विमान को आपात स्थिति (स्टैंडबाई) के लिए रखती है, जबकि तीन घरेलू क्षेत्र और दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए इस्तेमाल करती है। घरेलू मार्ग पर बेड़े के अन्य विमानों का इस्तेमाल किया जाएगा।
जापानी विमानन कंपनियों के बेड़े में शामिल इन विमानों में पिछले महीने इलेक्ट्रिकल आग, ईंधन रिसाव तथा काकपिट विंडो टूटने जैसी दिक्कतें आईं थी। इसके बाद अमेरिकी विमान कंपनी बोइंग ने एफएए के साथ मिलकर जांच की संयुक्त घोषणा शुक्रवार को की थी। एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर में भी पिछले सितंबर में कूलिंग सिस्टम तथा इलेक्ट्रिकल पावर सिस्टम में कुछ दिक्कत आई थी। जिसके बाद विमानों की उड़ान रोकी गई थी। ड्रीमलाइनर, बोइंग विमान कंपनी का सबसे आधुनिक व तकनीकी रूप से दक्ष विमान है और इसे एल्यूमिनियम की जगह हलके मजबूत मटीरियल से बनाया गया है।
                                                                        
                                    
                                एफएए ने अपने निर्देशों में अब तक विभिन्न कंपनियों को बिके सभी 50 ड्रीमलाइनरों की उड़ान सुरक्षा कारणों के चलते रोकने को कहा था। जिन देशों की कंपनियों ने अब ड्रीमलाइनर खरीदे हैं, उनके विमानन नियामकों को इनका तत्काल पालन करना था।
जापान ने अपनी दो विमानन कंपनियों- ऑल निप्पन एयरवेज तथा जापान एयरलाइंस के पास मौजूद 24 ड्रीमलाइनों की उड़ान बुधवार को रोक दी थी। एयर इंडिया के अधिकारियों ने कहा कि उसने एफएए के निर्देश तथा डीजीसीए के परामर्श को देखते हुए अपने बेड़े में शामिल सभी छह ड्रीमलाइनर विमानों की उड़ानें तत्काल प्रभाव से रोक दी हैं।
अधिकारियों ने कहा कि एफएए ने ड्रीमलाइनर के पूरे बेड़े की उड़ानें रोकने को कहा है। नियामक ने विमान कंपनी बोइंग से उसके विभिन्न मानकों का अनुपालन प्रदर्शन करने को कहा है। एयर इंडिया ने हालांकि यह भी कहा है कि ड्रीमलाइनर की उड़ानें रकने से उसकी उड़ानों पर कोई असर नहीं होगा। कंपनी पेरिस व फ्रैंकफर्ट मार्ग पर अब बोइंग 777 का इस्तेमाल करेगी।
कंपनी छह में से एक विमान को आपात स्थिति (स्टैंडबाई) के लिए रखती है, जबकि तीन घरेलू क्षेत्र और दो अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए इस्तेमाल करती है। घरेलू मार्ग पर बेड़े के अन्य विमानों का इस्तेमाल किया जाएगा।
जापानी विमानन कंपनियों के बेड़े में शामिल इन विमानों में पिछले महीने इलेक्ट्रिकल आग, ईंधन रिसाव तथा काकपिट विंडो टूटने जैसी दिक्कतें आईं थी। इसके बाद अमेरिकी विमान कंपनी बोइंग ने एफएए के साथ मिलकर जांच की संयुक्त घोषणा शुक्रवार को की थी। एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर में भी पिछले सितंबर में कूलिंग सिस्टम तथा इलेक्ट्रिकल पावर सिस्टम में कुछ दिक्कत आई थी। जिसके बाद विमानों की उड़ान रोकी गई थी। ड्रीमलाइनर, बोइंग विमान कंपनी का सबसे आधुनिक व तकनीकी रूप से दक्ष विमान है और इसे एल्यूमिनियम की जगह हलके मजबूत मटीरियल से बनाया गया है।
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