
- सरकार ने जीएसटी के स्लैब में कटौती की है, जिससे आम नागरिकों को बड़ी आर्थिक राहत मिलने की उम्मीद है
- जीएसटी काउंसिल के सुधारों से भारत की अर्थव्यवस्था में निवेश के नए अवसर खुलेंगे और व्यवसाय करना आसान होगा
- छोटी कारों पर जीएसटी घटकर18% हुआ, जिससे उनकी कीमतें 35 से 50 हजार रुपए तक कम होंगी
सरकार ने जीएसटी के स्लैब कम करके आम आदमी को बड़ी राहत दी है. सरकार के इस कदम को मास्टरस्ट्रोक कहा जा रहा है. 15 अगस्त 2025 को लाल किले की प्राचीर से पीएम मोदी ने इस बड़े बदलाव की तरफ सकेंत भी दिया था. उन्होंने कहा था कि देशवासियों को दिवाली से पहले एक बड़ा गिफ्ट मिलने जा रहा है. यकीन मानिए ये फैसला आम नागरिकों के लिए किसी बड़े गिफ्ट से कम नहीं है.
'देश के लिए एक बड़ा एजेंडा तैयार हुआ'
PHDCCI के सीईओ और जनरल सेक्रेटरी रंजीत मेहता ने एनडीटीवी से कहा, "जीएसटी काउंसिल ने रेट में कटौती और टैक्स व्यवस्था में रिफॉर्म का जो एक बड़ा एजेंडा तैयार किया है, वह 2047 तक भारत को एक "आत्मनिर्भर" और विकसित देश बनाने के लिए जरूरी जमीन तैयार करेगा. जीएसटी कम करने के फैसले का भारतीय अर्थव्यवस्था पर मल्टीप्लायर इफेक्ट पड़ेगा."
रंजीत मेहता ने आगे कहा, जीएसटी व्यवस्था में सुधार से अर्थव्यवस्था में निवेश का एक नया रास्ता भी खुलेगा. भारत में बिजनेस करना आसान होगा."
एनडीटीवी ने अपनी ग्राउंड रिपोर्ट में जाना कि जीएसटी को लेकर कार बेचने और खरीदने वालों की क्या राय है?
छोटी कारों के बाजार में फिर दिखेगी रौनक
साहनी मोटर्स के सीईओ और डायरेक्टर राजीव साहनी ने एनडीटीवी से कहा, "छोटी कारों पर जीएसटी रेट घटने से देश में छोटी कारों की अर्थव्यवस्था में बड़ा बदलाव होगा. जीएसटी काउंसिल के फैसले के बाद हमारे पास ग्राहकों की तरफ से बहुत सारे सवाल आ रहे हैं. लोग जानना चाहते हैं कि जीएसटी घटने के बाद छोटी कार कितनी सस्ती होंगी. हमारा आंकलन है कि छोटी कारों पर जीएसटी 28% से घटकर 18% होने से इनकी कीमतें 35,000 से 50,000 तक घट जाएंगी."
'भारतीय ऑटोमोटिव क्षेत्र में नई गति लाएगा'
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल एसोसिएशन (SIAM) के अध्यक्ष, शैलेश चंद्रा ने कहा, "ऑटोमोबाइल उद्योग इस त्योहारी सीजन में, वाहनों पर जीएसटी के रेट्स को कम करने के फैसले का स्वागत करता है. इस समय पर लिया गया कदम उपभोक्ताओं के लिए एक नया उत्साह लेकर आएगा और भारतीय ऑटोमोटिव क्षेत्र में नई गति लाएगा."
'वास्तव में त्योहारों से पहले सरकार ने दिया गिफ्ट'
रेनॉल्ट इंडिया के प्रबंध निदेशक वेंकटराम मामिलपल्ले ने कहा, "हम जीएसटी परिषद के स्लैब में कमी के फैसले का स्वागत करते हैं, जो भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक ऐतिहासिक सुधार है. यह वास्तव में सरकार की ओर से त्योहारों से पहले का एक उपहार है, जो उपभोक्ता भावना को बढ़ावा देता है, घरेलू खर्चों को कम करता है और लॉन्ग टर्म ग्रोथ में विश्वास को मजबूत करता है."
'कंपनसेशन सेस से सस्ती होंगी बड़ी कारें'
राजीव साहनी ने बताया, काउंसिल ने बड़ी कारों पर कंपनसेशन सेस हटाने का भी फैसला किया है, इससे बड़ी गाड़ियों की भी कुछ कीमतें कम होंगी. इसके अलावा ऑटो पार्ट्स पर भी जीएसटी घटाया गया है. इसकी वजह से कार खरीदने से लेकर कार की मरम्मत करने तक सब कुछ सस्ता हो जाएगा.
'इंश्योरेंस पॉलिसी अफॉर्डेबल हो जाएगी'
हेल्थ इंश्योरेंस पर से जीएसटी हटाकर इस सेक्टर की तो सरकार ने बल्ले-बल्ले ही कर दी. सरकार ने पॉलिसी के प्रीमियम से 18% जीएसटी को खत्म करके इसे एग्जेम्प्ट की लिस्ट में शामिल करा दिया. ग्राहकों से जब एनडीटीवी ने बात की तो उन्होंने कहा, लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी पर 18% GST खत्म होने से सालाना प्रीमियम काफी घट जाएगा और इंश्योरेंस पॉलिसी अफॉर्डेबल हो जाएगी. लगभग हर साल इंश्योरेंस पॉलिसी की प्रीमियम बढ़ जाती थी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं