![पिता के हादसे बाद परिवार की जिम्मेदारी उठाने के लिए छात्र डिलीवरी ब्वॉय बना, जोमैटो ने कही ये बात पिता के हादसे बाद परिवार की जिम्मेदारी उठाने के लिए छात्र डिलीवरी ब्वॉय बना, जोमैटो ने कही ये बात](https://c.ndtvimg.com/2022-04/9se9803g_-zomato-delivery-worker-650_650x400_08_April_22.jpg?downsize=773:435)
एक सात साल के बच्चे का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. इसके पीछे की वजह बच्चे की मासूमियत और मेहनत है. दरअसल, बच्चे के पिता जोमैटो के लिए डिलीवरी ब्वॉय का काम करते थे. लेकिन जब वह एक हादसे का शिकार हो गए, तो उनका 7 साल का बेटा उनकी जगह इस काम को संभालता है. वह साइकिल से घर-घर जाकर लोगों के ऑर्डर को डिलीवर करता है. उक्त बात का दावा वायरल वीडियो में किया गया है.
इसका वीडियो ट्विटर यूजर राहुल मित्तल (@therahulmittal) ने शेयर करते हुए लिखा है कि यह 7 साल का लड़का अपने पिता की नौकरी कर रहा है, क्योंकि उसके पिता की दुर्घटना हो गई थी. लड़का सुबह स्कूल जाता है और शाम 6 बजे के बाद वह zomato के लिए एक डिलीवरी ब्वॉय के रूप में काम करता है, हमें इस लड़के की ऊर्जा को प्रेरित करने की जरूरत है और उसके पिता की मदद करने की आवश्यकता है.
वीडियो में दिखाई देता है कि एक व्यक्ति उस बच्चे से पूछ रहा है कि क्या पापा को चोट लगी हुई है. बच्चा हां कहता है. फिर वह व्यक्ति पूछता है कि उनकी जगह पर तुम काम कर रहे हो तो बच्चा हां कहता है. वह बताता है कि वह सुबह स्कूल जाता है. इसके बाद शाम छह बजे के बाद साइकिल से डिलीवरी का काम करता है. यह काम 11 बजे तक करता है. ट्विटर पर वीडियो पोस्ट किए जाने के बाद से इसे लगभग 91,000 से ज्यादा बार देखा जा चुका है. कंपनी के ऑफिसियल सपोर्ट पेज जोमैटो केयर ने भी लड़के के पिता का विवरण मांगते हुए अपना जवाब दिया है.
![5qd3ohdo](https://c.ndtvimg.com/2022-08/5qd3ohdo_456456456_625x300_05_August_22.jpg)
NDTV Gadgets 360 को जोमैटो के प्रवक्ता ने कहा कि इस मामले को हमारे ध्यान में लाने के लिए हम इंटरनेट कम्यूनिटी के आभारी हैं. यहां पर कुछ चीजों का वायलेशन हुआ है. जैसे बाल श्रम और गलत तरीके से प्रस्तुतिकरण. हालांकि, हमने परिवार को समझाने का प्रयास किया है. साथ ही घर के कंडीशन को ध्यान में रखते कोई स्ट्रिक्ट ऐक्शन नहीं लिया है. प्रवक्ता ने यह भी कहा कि जोमैटो ने लड़के की शिक्षा में सहयोग की पेशकश की है. मानवीय आधार पर हमारी टीम ने उक्त स्थिति में जो भी संभव सहायता हो सकता है, प्रदान की है.
वहीं एक और ट्वीट में मित्तल ने लिखा है, यहां कानून की वकालत करने वाले और बाल श्रम और नीति के बारे में मुद्दा उठाने वाले सभी लोगों के लिए लड़के के अनुसार Zomato ने पिता की आईडी फ्रीज कर दी है और अब वह कोई श्रम कार्य नहीं कर रहा है. zomato ने उनकी आर्थिक रूप से भी मदद की है, उनके पिता की आईडी जल्द ही अनफ्रीज हो जाएगी, और जल्द ही काम करने के लायक होंगे.
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