
नई दिल्ली:
Voter List Revision: बिहार के बाद अब बंगाल में भी SIR करवाने की तैयारी चल रही है. मालूम हो बिहार में वोटर लिस्ट की जांच की प्रक्रिया बीते माह में शुरू हुई थी. निर्वाचन आयोग के दिशानिर्देश पर घर-घर जाकर BLO ने वोटरों के कागजों की पड़ताल की थी. जिसके बाद बिहार में करीब 65 लाख वोटरों का नाम काटने मतदाता सूची से हटाने की प्रक्रिया शुरू हुई है.
निर्वाचन आयोग के इस फैसले का बिहार के विपक्षी दलों ने विरोध किया है. आयोग के इस कदम को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई. जहां अभी मामले में सुनवाई चल ही रही है.
विपक्ष बता रहा 'वोट चोरी', आयोग बता रही जरूरी कदम
SIR को विपक्ष 'वोट चोरी' बता रहा है. लेकिन दूसरी ओर निर्वाचन आयोग का कहना है कि यह पहले से चली आ रही एक प्रक्रिया है. पहले भी वोटर लिस्ट की जांच की गई थी. आयोग का कहना है कि वोटर लिस्ट से मृत, प्रवासी या दूसरी जगह शिफ्ट हो चुके वोटरों का नाम हटाने का प्रावधान पहले से चली आ रही है.
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