समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ( फाइल फोटो )
नई दिल्ली:
राजनीतिक दलों के पास पैसे की कोई कमी नहीं है फिर चाहे राष्ट्रीय दल हों या क्षेत्रीय पार्टियां. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) की रिपोर्ट के मुताबिक समाजवादी पार्टी की कुल संपत्ति की कीमत 635 करोड़ रुपये है जो कि किसी भी क्षेत्रीय पार्टी की तुलना में सबसे ज्यादा है. एडीआर ने ये आंकड़े 2011-12 और 2015-16 में इन दलों की ओर से चुनाव आयोग और इनकम टैक्स को दी गई जानकारी के आधार पर जुटाए हैं. रिपोर्ट की मुताबिक साल 2011-12 और 2015-16 में समाजवादी पार्टी की संपत्ति में 198 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.
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वित्तीय वर्ष 2011-12 में सपा की कुल संपत्ति 212.86 करोड़ थी जो कि साल 2015-16 में बढ़कर 634.96 करोड़ हो गई. एआईएडीएमके की संपत्ति जहां साल 2011-12 में 88.21 करोड़ रुपये थी वो साल 2015-16 में 155 फीसदी बढ़ गई और उसकी संपत्ति 224.87 करोड़ आंकी गई.
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आपको बता दें कि पार्टियों ने अपनी संपत्ति का जो ब्यौरा दिया है उसमें अचल संपत्ति, लोन, एडवांस, एफडीआर, टीडीएस और निवेश और अन्य संपत्तियां शामिल हैं. साल 2015-16 में सबसे ज्यादा संपत्तियां एफडीआर में आंकी गई हैं. जो कि करीब 1054.8 करोड़ रुपये है. जिन पार्टियों पर सबसे ज्यादा कर्ज है उनमें पहले नंबर पर तेलंगाना राष्ट्र समिति और तेलुगू देसम पार्टी है.
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