चेन्नई:
तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे जयललिता ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को बताया है कि गत शुक्रवार को राज्य के उनके दौरे के समय प्रदेश पुलिस महानिदेशक को एसपीजी के एक अधिकारी ने प्रधानमंत्री के विमान की तरफ बढ़ने से रोका और उसके साथ अनुचित व्यवहार किया। जया ने इस संबंध में दोषी के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की है।
जयललिता ने प्रधानमंत्री को 3 अगस्त को इस संबंध में पत्र लिखा, जिसे सरकार ने आज मीडिया में जारी किया।
जयललिता ने प्रधानमंत्री के पुदुकोट्टई के दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने शुक्रवार को तिरचिरापल्ली हवाईअड्डे पर प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए जो टीम तैनात की थी उसमें डीजीपी भी शामिल थे। प्रधानमंत्री ने इस दौरे में तिरमायम में पीएसयू भेल की दो परियोजनाओं को हरी झंडी दी थी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्हें सूचित किया गया कि हवाईअड्डे पर जब डीजीपी सिंह के स्वागत के लिए अन्य मंत्रियों के साथ विमान की सीढ़ियों के पास जा रहे थे तो उनके साथ अनुचित व्यवहार किया गया और विशेष सुरक्षा बल के एक निचले स्तर के अधिकारी ने उन्हें विमान के पास जाने से रोक दिया।
जयललिता ने कहा, ‘‘डीजीपी के वर्दी में होने के बावजूद यह घटना हुई। मुझे बताया गया कि विमान की सीढ़ी के पास सिंह का स्वागत करने वालों की विस्तृत सूची भेजी गई थी और प्रधानमंत्री कार्यालय ने 1 अगस्त को इसकी पुष्टि की थी।’’
जयललिता ने कहा, ‘‘यह ‘सबसे हैरानी’ की बात है कि एसपीजी अधिकारी राज्य के शीर्ष दर्जे के अधिकारी पुलिस महानिदेशक को वर्दी में होने के बाजवूद पहचान नहीं सका।’’
उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा, ‘‘यह वही पुलिस महानिदेशक हैं, जिन्होंने तमिलनाडु के आपके दौरे के समय शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत सुरक्षा प्रबंध किए थे।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं आपके ध्यान में यह मामला लाने के लिए मज़बूर हूं ताकि इसकी जांच की जा सके और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके। मैं उचित सरकारी नियमों को लागू करने की भी सलाह देती हूं ताकि भविष्य में शिष्टाचार में इस प्रकार की चूक दोबारा न हो।’’
जयललिता ने प्रधानमंत्री को 3 अगस्त को इस संबंध में पत्र लिखा, जिसे सरकार ने आज मीडिया में जारी किया।
जयललिता ने प्रधानमंत्री के पुदुकोट्टई के दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने शुक्रवार को तिरचिरापल्ली हवाईअड्डे पर प्रधानमंत्री के स्वागत के लिए जो टीम तैनात की थी उसमें डीजीपी भी शामिल थे। प्रधानमंत्री ने इस दौरे में तिरमायम में पीएसयू भेल की दो परियोजनाओं को हरी झंडी दी थी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्हें सूचित किया गया कि हवाईअड्डे पर जब डीजीपी सिंह के स्वागत के लिए अन्य मंत्रियों के साथ विमान की सीढ़ियों के पास जा रहे थे तो उनके साथ अनुचित व्यवहार किया गया और विशेष सुरक्षा बल के एक निचले स्तर के अधिकारी ने उन्हें विमान के पास जाने से रोक दिया।
जयललिता ने कहा, ‘‘डीजीपी के वर्दी में होने के बावजूद यह घटना हुई। मुझे बताया गया कि विमान की सीढ़ी के पास सिंह का स्वागत करने वालों की विस्तृत सूची भेजी गई थी और प्रधानमंत्री कार्यालय ने 1 अगस्त को इसकी पुष्टि की थी।’’
जयललिता ने कहा, ‘‘यह ‘सबसे हैरानी’ की बात है कि एसपीजी अधिकारी राज्य के शीर्ष दर्जे के अधिकारी पुलिस महानिदेशक को वर्दी में होने के बाजवूद पहचान नहीं सका।’’
उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा, ‘‘यह वही पुलिस महानिदेशक हैं, जिन्होंने तमिलनाडु के आपके दौरे के समय शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित करने के लिए विस्तृत सुरक्षा प्रबंध किए थे।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं आपके ध्यान में यह मामला लाने के लिए मज़बूर हूं ताकि इसकी जांच की जा सके और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जा सके। मैं उचित सरकारी नियमों को लागू करने की भी सलाह देती हूं ताकि भविष्य में शिष्टाचार में इस प्रकार की चूक दोबारा न हो।’’
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