दिल्ली के कंझावला इलाके में युवती की मौत मामले में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि न्यू ईयर का दिन था और दिल्ली पुलिस का दावा था कि उसने बहुत अच्छे इंतजाम किए हैं. लेकिन फिर भी ऐसी घटना हो जाती है. उन्होंने कहा कि ऐसे में दिल्ली पुलिस पर सवाल उठते हैं. उन्होंने कहा कि यह बेहद ही दर्दनाक केस है. इसकी जांच बहुत ही अच्छे ढंग से होनी चाहिए. लेकिन दिल्ली पुलिस की तरफ से ऐसा होता नहीं दिख रहा है. लड़की को 12 किलोमीटर तक घसीटा गया है. उसके बाद उसके बॉडी को सड़क पर फेंक दिया गया है.
उन्होंने कहा कि जब तक हर हाल में सजा नहीं होगी. तुरंत सजा नहीं होगी. तबतक इस देश मे हालात में कोई सुधार नहीं हो सकता है. क्योंकि कानून बन जाते हैं. बड़े-बड़े वादे कर लिए जाते हैं. लेकिन जमीन पर कोई बदलाव नहीं होता है. आज भी दिल्ली पुलिस में 66 हजार कर्मियों की कमी है. ये कमी पिछले 20 साल से देखने को मिल रही है.
बताते चलें कि सोमवार को लड़की का पोस्टमॉर्टम किया गया था. वहीं, सभी पांच आरोपियों को कोर्ट ने 3 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है. पुलिस का कहना है कि लड़की के साथ वारदात को अंजाम देने से कुछ घंटे पहले ही आरोपियों ने अपने एक दोस्त से कार ली थी. पुलिस के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज और डिजिटल एविडेंस के आधार पर टाइमलाइन बनाई जाएगी. इसके लिए आरोपियों को क्राइम स्पॉट पर लाया जाएगा. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर आरोपियों के खिलाफ और धाराएं जोड़ी जाएंगीं.
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