डीयू में जीत का जश्न मनाते एबीवीपी कार्यकर्ता...
नई दिल्ली:
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव में शानदार प्रदर्शन करते हुए सभी चार सीटों पर जीत दर्ज करते हुए लगातार दूसरे वर्ष कांग्रेस समर्थित एनएसयूआई को करारी शिकस्त दी। इस चुनाव में आम आदमी पार्टी की छात्र इकाई सीवाईएसएस तीसरे स्थान पर रही।
चुनाव में एबीवीपी के सतेन्दर अवाना, सनी डेढ़ा, अंजली राणा और छतरपाल यादव ने क्रमश: अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव पदों पर जीत दर्ज की और कांग्रेस से जुड़ी छात्र इकाई नेशनल स्टुडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) और आप से जुड़ी छात्र इकाई छात्र युवा संघर्ष समिति (सीवाईएसएस) को पराजय का सामना करना पड़ा। इन सभी पदों के लिए चुनाव में एबीवीपी के जीत का अंतर 4500 मतों से अधिक रहा।
इस चुनाव में आप से जुड़ी छात्र इकाई सीवाईएसएस पहली बार मुकाबले में उतरी थी और वह प्राप्त मतों के आधार पर तीसरे स्थान पर रही। एबीवीपी ने पिछले वर्ष भी सभी चारों सीटों पर जीत दर्ज की थी।
डूसू चुनाव के लिए मुख्य चुनाव अधिकारी डी एस रावत ने कहा कि अवाना को 20,439 मत प्राप्त हुए और उन्होंने एनएसयूआई के प्रदीव विजयरन को 6327 मतों के अंतर से पराजित किया, जिन्हें 14,112 मत प्राप्त हुए।
एबीवीपी के सनी डेढ़ा ने उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव में सीवाईएसएस की गरिमा राणा को 7570 मतों के अंतर से पराजित किया। डेढ़ा को 19671 मत प्राप्त हुए, जबकि राणा को 12,101 मत मिले।
डूसू चुनाव में सचिव और संयुक्त सचिव पद के लिए हुए चुनाव में एबीवीपी उम्मीदवारों की जीत का अंतर क्रमश: 4610 और 6065 रहा।
एबीवीपी की अंजली राणा ने सचिव पद के लिए चुनाव में एनएसयूआई के अमित सहरावत को पराजित किया। एबीवीपी के ही छतरपाल यादव ने एनएसयूआई के दीपक चौधरी को पराजित कर संयुक्त सचिव पद पर कब्जा जमाया।
केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने एबीवीपी की जीत पर ट्विट कर बधाई दी। उन्होंने अपने राजनीतिक कैरियर की शुरूआज डूसू से की थी और 1974 में वे डूसू के अध्यक्ष चुने गए थे।
चुनाव में एबीवीपी के सतेन्दर अवाना, सनी डेढ़ा, अंजली राणा और छतरपाल यादव ने क्रमश: अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सचिव और संयुक्त सचिव पदों पर जीत दर्ज की और कांग्रेस से जुड़ी छात्र इकाई नेशनल स्टुडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआई) और आप से जुड़ी छात्र इकाई छात्र युवा संघर्ष समिति (सीवाईएसएस) को पराजय का सामना करना पड़ा। इन सभी पदों के लिए चुनाव में एबीवीपी के जीत का अंतर 4500 मतों से अधिक रहा।
इस चुनाव में आप से जुड़ी छात्र इकाई सीवाईएसएस पहली बार मुकाबले में उतरी थी और वह प्राप्त मतों के आधार पर तीसरे स्थान पर रही। एबीवीपी ने पिछले वर्ष भी सभी चारों सीटों पर जीत दर्ज की थी।
डूसू चुनाव के लिए मुख्य चुनाव अधिकारी डी एस रावत ने कहा कि अवाना को 20,439 मत प्राप्त हुए और उन्होंने एनएसयूआई के प्रदीव विजयरन को 6327 मतों के अंतर से पराजित किया, जिन्हें 14,112 मत प्राप्त हुए।
एबीवीपी के सनी डेढ़ा ने उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव में सीवाईएसएस की गरिमा राणा को 7570 मतों के अंतर से पराजित किया। डेढ़ा को 19671 मत प्राप्त हुए, जबकि राणा को 12,101 मत मिले।
डूसू चुनाव में सचिव और संयुक्त सचिव पद के लिए हुए चुनाव में एबीवीपी उम्मीदवारों की जीत का अंतर क्रमश: 4610 और 6065 रहा।
एबीवीपी की अंजली राणा ने सचिव पद के लिए चुनाव में एनएसयूआई के अमित सहरावत को पराजित किया। एबीवीपी के ही छतरपाल यादव ने एनएसयूआई के दीपक चौधरी को पराजित कर संयुक्त सचिव पद पर कब्जा जमाया।
केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने एबीवीपी की जीत पर ट्विट कर बधाई दी। उन्होंने अपने राजनीतिक कैरियर की शुरूआज डूसू से की थी और 1974 में वे डूसू के अध्यक्ष चुने गए थे।
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