दंतेवाड़ा:
छत्तीसगढ़ में दंतेवाड़ा के पास मालेवाड़ा के जंगलों में एक लैंडमाइन ब्लास्ट में सीआरपीएफ के 7 जवान शहीद हो गए। सीआरपीएफ के जवान एक छोटे ट्रक में जा रहे थे, जिसे नक्सलियों ने लैंडमाइन ब्लास्ट करके उड़ा दिया।
ये जवान दंतेवाड़ा के कैंप से मालेवाड़ा कैंप जा रहे थे। ब्लास्ट जिस इलाके में हुआ है वह कुआकोडा थाने के तहत आता है। घटना के बाद राज्य के गृहमंत्री ने कहा कि नियमों की अनदेखी की वजह से यह घटना हुई हालांकि सीआरपीएफ ने कहा कि पूरे मामले की जांच के लिए एक समिति बना दी गई है और अभी से ये कहना कि SOP का पालन नहीं हुआ ये ठीक नहीं है।
वहीं इस घटना के बाद हमारे सहयोगी ह्रदयेश जोशी ने राज्य के गृह मंत्री अजय चंद्राकर से बात की। उन्होंने कहा कि ये हमारी नक्सल के साथ आखिरी लड़ाई है। उनके पास अब ज्यादा कुछ नहीं बचा है। ये लोग छुट्टी से आर रहे थे, तब ब्लास्ट हुआ। इसे हम लापरवाही मानते हैं। जो निर्देश दिए गए हैं, उसका पालन नहीं किया गया।
विस्फोट की जद में आने से एक आम आदमी भी मारा गया। यह विस्फोट इतना जबरदस्त था कि सड़क पर काफी गहरा गड्ढा तक बन गया।
ये जवान दंतेवाड़ा के कैंप से मालेवाड़ा कैंप जा रहे थे। ब्लास्ट जिस इलाके में हुआ है वह कुआकोडा थाने के तहत आता है। घटना के बाद राज्य के गृहमंत्री ने कहा कि नियमों की अनदेखी की वजह से यह घटना हुई हालांकि सीआरपीएफ ने कहा कि पूरे मामले की जांच के लिए एक समिति बना दी गई है और अभी से ये कहना कि SOP का पालन नहीं हुआ ये ठीक नहीं है।
वहीं इस घटना के बाद हमारे सहयोगी ह्रदयेश जोशी ने राज्य के गृह मंत्री अजय चंद्राकर से बात की। उन्होंने कहा कि ये हमारी नक्सल के साथ आखिरी लड़ाई है। उनके पास अब ज्यादा कुछ नहीं बचा है। ये लोग छुट्टी से आर रहे थे, तब ब्लास्ट हुआ। इसे हम लापरवाही मानते हैं। जो निर्देश दिए गए हैं, उसका पालन नहीं किया गया।
विस्फोट की जद में आने से एक आम आदमी भी मारा गया। यह विस्फोट इतना जबरदस्त था कि सड़क पर काफी गहरा गड्ढा तक बन गया।
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