उत्तर प्रदेश में अपराधियों के खिलाफ पुलिस एक्शन में है. सोमवार का दिन पुलिस एनकाउंटरों के नाम रहा. पीलीभीत, लखनऊ और बिजनौर में ताबड़तोड़ गोलियां बरसीं और तीन खालिस्तानी आतंकियों को ढेर कर दिया गया. यह तीनों आरोपी पंजाब के गुरदासपुर में पुलिस चौकी पर बम फेंकने के आरोपी थे. वहीं लखनऊ और बिजनौर एनकाउंटर में बदमाशों को गोलियां लगी हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस पिछले सात सालों के दौरान 12 हजार से ज्यादा एनकाउंटर कर चुकी है, जिसमें बड़ी संख्या में बदमाशों को ढेर किया गया है.
पीलीभीत एनकाउंटर
पंजाब के गुरदासपुर में पुलिस चौकी पर बम फेंकने वाले आरोपियों की यूपी पुलिस और पंजाब पुलिस की संयुक्त टीम के साथ मुठभेड़ हुई. इसमें तीन आरोपी ढेर हो गए और थाना माधव टांडा के दो पुलिसकर्मी कांस्टेबल सुमित और कांस्टेबल शाहनवाज घायल हो गए. एसपी अविनाश पांडे ने कहा, “आज सुबह थाना पूरनपुर में एक बड़ा ऑपरेशन हुआ, जिसमें पंजाब पुलिस और थाना पूरनपुर की टीम ने मिलकर तीन संदिग्धों का पीछा किया और मुठभेड़ में उन्हें ढेर कर दिया. पूरा मामला पंजाब के गुरदासपुर जिले से जुड़ा हुआ है, जहां कुछ दिन पहले एक पुलिस चौकी पर ग्रेनेड फेंका गया था और कुछ अन्य घटनाएं भी हुई थी. इस सिलसिले में पंजाब पुलिस ने तीन संदिग्धों की पहचान की थी, जो इन घटनाओं में शामिल थे और वे कहीं छुपे हुए थे.”
उन्होंने कहा, “गुरदासपुर पुलिस की टीम आज सुबह थाना पूरनपुर आई थी और बताया कि ये तीनों संदिग्ध लोग थाना पूरनपुर क्षेत्र में छुपे हुए हैं. जब थाना पूरनपुर को सूचना मिली, तो पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और इन तीनों संदिग्धों को ढूंढने के लिए अपनी टीमों को तैनात कर दिया. इसी दौरान कमरिया प्वाइंट पर एक सूचना मिली कि तीन संदिग्ध लड़के बाइक पर सवार होकर पीलीभीत शहर की तरफ तेजी से जा रहे हैं. इस सूचना के बाद जनपद भर में नाकाबंदी कर दी गई और पुलिस की टीमों को अलर्ट कर दिया गया.”
जवाबी कार्रवाई में लगी गोली : पुलिस
उन्होंने आगे कहा, “एसओजी टीम, सरलास टीम और थाना पूरनपुर की टीम ने संदिग्धों का पीछा किया, जब ये बाइक सवार संदिग्ध लोग एक निर्माणाधीन पुल के पास पहुंचे तो पुलिस ने उन्हें रुकने का इशारा किया. लेकिन, इन संदिग्धों ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें तीनों संदिग्ध घायल हो गए. इसके बाद में उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए सीएससी पूरनपुर भेजा गया. लेकिन हालत गंभीर होने के कारण उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया, जहां तीनों की मृत्यु हो गई.”
भारी मात्रा में हथियारों का जखीरा बरामद
उन्होंने कहा, “घटनास्थल से एक चोरी की बाइक बरामद हुई, जो कल थाना पूरनपुर क्षेत्र से चोरी हुई थी. इसके अलावा, पुलिस ने एक 47 गेज का शॉटगन और दो विदेशी पिस्तौल भी बरामद की. इन संदिग्धों से भारी मात्रा में हथियार और असला भी रिकवर किया गया है. पुलिस के मुताबिक, इन संदिग्धों ने बहुत ही अंधाधुंध फायरिंग की थी और पुलिसकर्मियों की जान को खतरे में डाला था. इस मुठभेड़ में थाना माधव टांडा के दो पुलिसकर्मी, कांस्टेबल सुमित और कांस्टेबल शाहनवाज, भी घायल हुए हैं. दोनों को पहले प्राथमिक उपचार के लिए सीएससी पूरनपुर भेजा गया, और फिर उन्हें अस्पताल में भर्ती कर दिया गया. हालांकि, दोनों की हालत अब खतरे से बाहर है.”
गुरदासपुर के रहने वाले थे तीनों आतंकी
उन्होंने कहा, “यह ऑपरेशन पंजाब पुलिस और पीलीभीत पुलिस का संयुक्त प्रयास था. गुरदासपुर पुलिस की टीम में चार लोग शामिल थे, जबकि पीलीभीत पुलिस की टीम में ज्यादा संख्या में लोग थे.”
अपराधियों के नाम गुरविंदर सिंह निवासी मोहल्ला कलानौर, थाना कलानौर जिला गुरदासपुर, पंजाब, वीरेंद्र सिंह उर्फ रवि ग्राम अगवान थाना कलानौर जिला गुरदासपुर, जसन प्रीत सिंह उर्फ प्रताप सिंह जो कि ग्राम निक्का सूर, थाना कलानौर जिला तीनों आतंकी गुरदासपुर पंजाब के रहने वाले थे.
बिजनौर एनकाउंटर
उत्तर प्रदेश पुलिस ने अभिनेता मुश्ताक खान और हास्य कलाकार सुनील पाल का अपहरण करने वाले गिरोह के सरगना को बिजनौर से गिरफ्तार कर लिया है. रविवार-सोमवार की दरमियानी रात मुठभेड़ के बाद लवी पाल उर्फ राहुल सैनी को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से आरोपी घायल हो गया. बिजनौर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अभिषेक झा ने बताया, ‘‘आरोपी ने राहुल सैनी के रूप में 15 अक्टूबर को फिल्म अभिनेता मुश्ताक खान से बात की और 20 नवंबर को मेरठ में एक कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया. साथ ही 25 हजार रुपये की अग्रिम राशि का भुगतान किया और विमान का टिकट भी भेजा.''
अपहरणकर्ताओं के सो जाने के बाद भागे मुश्ताक
उन्होंने कहा, ‘‘मुश्ताक को 20 नवंबर को दिल्ली के हवाई अड्डे से एक कार में बैठाकर बिजनौर लाया गया, जहां उसे लवी पाल के चाहशीरी स्थित घर में रखा गया. 21 नवंबर सुबह जब अपहरणकर्ता सो रहे थे तो मुश्ताक भागने में कामयाब रहा और उसने पास की मस्जिद में शरण ली. वहां से वह सुरक्षित घर लौट आए. उनके इवेंट मैनेजर शिवम यादव ने बाद में नौ दिसंबर को बिजनौर कोतवाली में शिकायत दर्ज कराई.''
उन्होंने बताया कि आगे की जांच में पता चला है कि लवी पाल के गिरोह ने मेरठ में हास्य कलाकार सुनील पाल को निशाना बनाने के लिए इसी तरह अपराध को अंजाम दिया था.
अपहरण के दौरान किया 2.5 लाख का लेन-देन
अधिकारी ने बताया कि मुश्ताक खान के अपहरण के दौरान उनके मोबाइल फोन से 2.5 लाख रुपये का लेन-देन किया गया था. पुलिस ने गिरोह के छह सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन लवी पाल तथा तीन अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही थी.
पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि गिरोह का सरगना लवी पाल अपने साथी एवं मौसेरे भाई शुभम के साथ रविवार तथा सोमवार की दरमियानी रात मंडावर मार्ग स्थित जैन फार्म पर आयेगा.
थाना प्रभारी की बुलेटप्रूफ जैकेट में लगी गोली : पुलिस
झा ने बताया, ‘‘जब अधिकारियों ने दोनों को पकड़ने का प्रयास किया, तो उन्होंने गोलीबारी शुरू कर दी. एक गोली थाना प्रभारी उदय प्रताप की बुलेटप्रूफ जैकेट में लगी. मुठभेड़ में लवी पाल के पैर में गोली लग गई जबकि शुभम भाग गया.'' पाल को गिरफ्तार कर उसे जिला अस्पताल ले जाया गया.
अपर पुलिस अधीक्षक (एएसपी) संजीव वाजपेयी ने बताया कि उसके पास से एक तमंचा, दो कारतूस और मुश्ताक खान से अपहरण के दौरान वसूले 35,050 रुपये बरामद हुए हैं. उन्होंने कहा, ‘‘बदमाशों के विरुद्ध गिरोहबंद अधिनियम के तहत कार्यवाही होगी तथा अपराध से अर्जित संपत्ति जब्त की जाएगी.''
बिजनौर और मेरठ पुलिस ने लवी पाल की गिरफ्तारी पर 25-25 हजार रुपये का इनाम रखा था. अधिकारी अब उससे पूछताछ कर रहे हैं ताकि उसके गिरोह के संचालन और फिल्म उद्योग में अन्य संभावित लक्ष्यों के बारे में जानकारी मिल सके.
लखनऊ एनकाउंटर
लखनऊ में इंडियन ओवरसीज बैंक में चोरी के मामले में एक बदमाश सोमवार को पुलिस मुठभेड़ में पकड़ा गया. हालांकि उसके दूसरे साथी मौके से फरार हो गए. डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया कि थाना चिनहट के पास लौलई में पुलिस नियमित जांच कर रही थी. एक मुखबिर की सूचना पर दो संदिग्ध गाड़ियों को रोककर पूछताछ की गई. इसी दौरान गाड़ी के अंदर से एक व्यक्ति ने पुलिस पर फायरिंग कर दी और खेतों की तरफ भागने लगा. उसके दूसरे साथी भाग गए. पुलिस की जवाबी फायरिंग में गोली उस व्यक्ति के पैर में गोली लगी. उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
गिरफ्तार आरोपी की पहचान अरविंद कुमार के रूप में हुई है. वह बिहार के मुंगेर जिले के सीताकुंडीय जनपद का रहने वाला है. उसके पास से रविवार की घटना से जुड़े कुछ सामान बरामद हुए हैं. अब भी पुलिस द्वारा व्यापक चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है. पुलिस का कहना है कि घटना के दूसरे संदिग्धों को भी शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा.
लखनऊ के मटियारी चौराहा पुलिस चौकी से मात्र 100 मीटर की दूरी पर इंडियन ओवरसीज बैंक की दीवार में सेंध लगाकर अंदर घुसे बदमाश चार घंटे तक लगातार लॉकर काटते रहे और किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी. गश्त करने वाली पुलिस भी घटना से अनभिज्ञ रही. बदमाश कई लॉकर काटकर उसमें रखा सामान लेकर चंपत हो गए. बदमाश बैंक के पीछे स्थित खाली प्लॉट से दाखिल हुए थे, जिसकी दीवार टूटी थी. चोरी गए सामान का सटीक आकलन तो अब तक नहीं हो सका है.
साढ़े साल सालों में 12 हजार से ज्यादा एनकाउंटर
उत्तर प्रदेश में योगी सरकार में विकास दुबे से लेकर अतीक अहमद के बेटे असद और मंगेश यादव से लेकर गौरी यादव जैसे कुल 210 अपराधी एनकाउंटर में मारे गए. साढ़े सात सालों में करीब 12 हजार छोटे बड़े एनकाउंटर हुए हैं. इनमें 17 पुलिसकर्मी भी शहीद हुए हैं और कई घायल हुए हैं.
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