असम पुलिस के गैर राजपत्रित रैंक में 3 साल में हुई 15 हजार भर्तियां, नहीं है कोई पद खाली: DGP

डीजीपी ने कहा कि असम पुलिस महिला कर्मियों की संख्या बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है. उसका सशस्त्र शाखा में कम से कम 10 प्रतिशत और शेष में 30 प्रतिशत महिलाओं को रखने का लक्ष्य है.

असम पुलिस के गैर राजपत्रित रैंक में 3 साल में हुई 15 हजार भर्तियां, नहीं है कोई पद खाली: DGP

गुवाहाटी:

असम के पुलिस महानिदेशक भास्कर ज्योति महंत ने रविवार को कहा कि असम पुलिस के गैर-राजपत्रित रैंक में लगभग सभी रिक्तियों पर नियुक्तियां कर ली गई हैं, जिनमें तीन वर्ष से भी कम वक्त में करीब 15,000 भर्तियां की गई हैं. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि पूरी भर्ती प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से की गई है और यदि किसी को कोई संदेह है तो वह राज्य स्तरीय पुलिस भर्ती बोर्ड (एसएलपीआरबी) से संपर्क कर सकता है.

महंत वर्तमान में एसएलपीआरबी के प्रमुख हैं और राज्य पुलिस बल की विभिन्न शाखाओं में उप-निरीक्षक और उससे नीचे के पद पर लगभग 15,000 कर्मियों की भर्तियां पिछले ढाई वर्षों में उनके कार्यकाल के दौरान हुईं हैं. उन्होंने कहा, ‘‘इन रैंक पर लगभग सभी रिक्तियां भर ली गई हैं. सेवानिवृत्ति तथा बल में प्रोन्नति के कारण लगभग पांच प्रतिशत रिक्तियां रहती हैं.''

महंत ने कहा कि असम पुलिस महिला कर्मियों की संख्या बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित कर रही है. उसका सशस्त्र शाखा में कम से कम 10 प्रतिशत और शेष में 30 प्रतिशत महिलाओं को रखने का लक्ष्य है.

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उन्होंने दिन में घोषित हुए 5,262 पदों के परिणामों पर कहा कि कमांडो बटालियन और कुछ अन्य पदों में सभी रिक्तियों को नहीं भरा जा सका है, क्योंकि इनके लिए विशिष्ट योग्यता की आवश्यकता है.