
भारत सरकार ब्रेस्ट कैंसर की समस्या को लेकर बेहद गंभीर है. यही वजह है कि सरकार इसको लेकर खासी चिंतित भी है. केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत अब तक 15 करोड़ महिलाओं की जांच ब्रेस्ट कैंसर को लेकर की गई है. साथ ही देश में 200 डे केयर कैंसर सेंटर भी खोले जा रहे हैं. ये बातें स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने नई दिल्ली में आयोजित ब्रेस्ट इमेजिंग सोसायटी ऑफ इंडिया की तरफ से आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम “Midterm BISICON-2025” के दौरान कही.
आपको बता दें कि भारत में हर साल कैंसर के 14 लाख नए मामले रिपोर्ट होते हैं जिसमें लगभग 2 लाख मामले ब्रेस्ट कैंसर के होते हैं. अनुप्रिया पटेल ने कहा कि स्वस्थ्य जीवन शैली, जागरूकता, समय पर जांच एवं उपचार से स्तन कैंसर की मृत्यु दर को कम किया जा सकता है. ब्रेस्ट कैंसर को लेकर लोगों के बीच जागरूकता लाने और रेडियोलॉजिस्ट को बेहतर ट्रेनिंग देने की दिशा में BISI पिछले 12 सालों से लगातार काम कर रही है. देश दुनिया में इस संस्था के 800 से ज़्यादा सदस्य हैं.
इस मौके पर ब्रेस्ट इमेजिंग सोसायटी, इंडिया के अध्यक्ष डॉक्टर प्रेम कुमार ने कहा कि अगर पहले से जागरूक न रहें, समय पर मैमोग्राफी न करवाएं, इलाज ठीक न मिले तो ये जानलेवा है. 2018 में करीब 87 हज़ार महिलाओं की जान ब्रेस्ट कैंसर की वजह से चली गई. उपाध्यक्ष वीनू सिंगला ने बताया कि BISI एक थिंक टैंक के तौर पर इस दिशा में काम कर रहा है जो फिजिशियन, साइंटिस्ट, हेल्थकेयर ऑथोरिटीज को समय समय पर अपना सलाह भी देता ह. सोसायटी की महासचिव डॉक्टर माधवी चंद्रा ने कहा कि लोगों के बीच जाना और इस बीमारी को समझाना भी हमारा मकसद है ताकि शुरुआत में इसकी पहचान हो पाए और ज़िंदगी बचा पाएं.
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