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भारत के हमले में मसूद अजहर का कुनबा साफ, यहां पढ़ें उसके कौन कौन से रिश्तेदार मारे गए

भारत की ओर से पाकिस्तान और पाक के कब्जे वाले कश्मीर में किए गए हमले में बड़े पैमाने पर जानमाल का नुकसान हुआ है. अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी मसूद अजहर के परिवार के 10 लोग और चार अन्य करीबी भी इस हमले में मारे गए हैं. इसकी पुष्टि अजहर के संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने की है.

नई दिल्ली:

पाकिस्तान और पीओके में मौजूद आतंकी ठिकानों पर भारत के एयरस्ट्राइक में अभी तक 70 से ज्यादा आतंकियों के मारे गए हैं. सूत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार भारत के एयरस्ट्राइक में आतंकी मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्य और चार करीबी लोग मारे गए हैं. अजहर ने एक बयान जारी कर भारत के हमले में मारे गए लोगों के बारे में विस्तार से जानकारी दी है.

मसूद अजहर ने क्या कहा है

बीबीसी ऊर्दू की एक खबर के मुताबिक भारतीय सेना के हमले में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मौलाना मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्य और चार करीबी मारे गए हैं. इन लोगों की मौत भारत की ओर से पाकिस्तान के बहावलपुर में सुभान अल्लाह मस्जिद पर किए गए हमले में हुई. जैश-ए-मोहम्मद की ओर से बुधवार को जारी एक बयान में दावा किया गया है कि हमले में मारे गए लोगों में मौलाना मसूद अजहर की बड़ी बहन और उसका पति, मसूद अजहर का भतीजा और उसकी पत्नी, एक अन्य भतीजी और उसके परिवार के पांच बच्चे शामिल हैं.बयान में यह भी कहा गया है इस हमले में मसूद अजहर का एक करीबी सहयोगी और उसकी मां और दो अन्य करीबी सहयोगी भी मारे गए हैं.

भारतीय सेना ने बुधवार तड़के पाकिस्तान और पीओके के अलग-अलग इलाके में एयरस्ट्राइक कर आतंकियों के नौ ठिकानों पर हमला किया. इसमें बड़े पैमाने पर जानमाल का नुकसान होने का अनुमान है.

कौन हैं मसूद अजहर

मसूद अजहर को 1999 में इंडियन एयरलाइंस के विमान आईसी-814 के अपहृत यात्रियों की रिहाई के बदले में जेल से छोड़ा गया था. उसके बाद से बहावलपुर जैश का अड्डा बना हुआ था. संयुक्त राष्ट्र ने मई 2019 में अजहर को अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित किया था.उस समय चीन ने जैश प्रमुख को आतंकवादी घोषित करने के प्रस्ताव पर अपनी रोक को हटा लिया था. उस समय भारत ने पहली बार संयुक्त राष्ट्र से इस बाबत संपर्क किया था.

अजहर अप्रैल 2019 के बाद से कभी भी सार्वजनिक तौर पर नजर नहीं आया है. सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि वह बहावलपुर में किसी सुरक्षित जगह पर छिपा हुआ है. भारत में हुए कई आतंकवादी हमलों में जैश-ए-मोहम्मद का हाथ सामने आया है.इन हमलों में 2001 में संसद पर हमला, 2000 में जम्मू कश्मीर विधानसभा पर हमला, 2016 में पठानकोट में भारतीय वायुसेना के अड्डे पर हमला और 2019 में पुलवामा आत्मघाती हमला शामिल है. 

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