रायचूर:
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने शनिवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के शीर्ष नेताओं व धार्मिक गुरुओं की सलाह मानते हुए उन्होंने मंदिर में शपथ लेने का कार्यक्रम रद्द कर दिया है। उल्लेखनीय है कि कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल (सेक्युलर) के नेता एचडी कुमारस्वामी ने येदियुरप्पा पर आरोप लगाया था कि उन्होंने गुप्तचर के माध्यम से उनसे उनके (येदियुरप्पा) व उनके परिवार के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों का खुलासा न करने के लिए समझौता करने का प्रयास किया था। इसके बाद येदियुरप्पा ने कुमारस्वामी को चुनौती दी थी कि यदि वह सच बोल रहे हैं तो भगवान मंजूनाथ के मंदिर में कसम खाएं। येदियुरप्पा ने यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "मैं 'आणे-प्रमाणा' (भगवान के सामने शपथ) करने नहीं जा रहा हूं। क्योंकि पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी और कई धार्मिक नेताओं ने मुझे ऐसा न करने की सलाह दी थी।" उन्होंने कहा, "मैं कुमारस्वामी और कांग्रेस नेता सिद्धरमैया के खिलाफ मानहानि का दावा ठोकूंगा। उन्होंने मेरे और मेरे परिवार के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगाए हैं।" भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष नितिन गडकरी ने शुक्रवार को येदियुरप्पा को राजनीतिक लड़ाई धार्मिक स्थलों पर न लड़ने की सलाह दी थी। गडकरी ने कहा था, "येदियुरप्पा को अपनी लड़ाई राजनीतिक व कानूनी तरीके से लड़ना चाहिए। ऐसे मामलों में धार्मिक स्थलों को शामिल नहीं करना चाहिए।" कई धार्मिक नेताओं ने भी येदियुरप्पा की इस चुनौती की आलोचना की थी। इसके बाद येदियुरप्पा ने संकेत दिए थे कि वह अपनी इस योजना को रद्द कर सकते हैं और उन्होंने ऐसा ही किया।
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