
प्रतीकात्मक तस्वीर.
Quick Take
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
अभी कुल कार्य का 71 प्रतिशत मनुष्य करते हैं
आज मशीनों के माध्यम से जहां 29 प्रतिशत कार्य हो रहे हैं
2022 में मनुष्यों की हिस्सेदारी 58 प्रतिशत रह जाएगी
योगी आदित्यनाथ ने कहा- नौकरियां बहुत, लेकिन योग्य उम्मीदवार नहीं, कांग्रेस ने कहा- यह युवाओं का अपमान
विकसित करने होंगे कौशल
विश्व आर्थिक मंच ने कहा कि नौकरियों के अवसरों में सकारात्मक वृद्धि का अनुमान है और इससे नयी भूमिकाओं की गुणवत्ता, स्थान, स्वरूप और स्थायित्व में महत्वपूर्ण बदलाव आएगा.विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के अध्ययन के अनुसार वर्ष 2025 तक रोबोट मौजूदा कामकाज का 52 प्रतिशत कार्य संभालने लगेंगे, जो अब की तुलना में करीब दुगुना होगा. डब्ल्यूईएफ ने सोमवार को यह अध्ययन जारी किया.मंच का अनुमान है कि मानवों के लिये ‘‘नई भूमिकाओं’’ में तेजी से इजाफा देखा सकता है. इतना ही नहीं मशीनों एवं कम्प्यूटर कार्यक्रमों के साथ हम कैसे कार्य करें और इनकी गति के साथ कैसे तालमेल बैठायें, इसके लिये मानव को अपने कौशल का निखारना होगा.
देश में रोज़गार के दावों पर गंभीर सवाल
स्विस संगठन ने एक बयान में कहा, ‘‘आज मशीनों के माध्यम से जहां 29 प्रतिशत कार्य हो रहे हैं. वहीं वर्ष 2025 तक मौजूदा कार्यभारों का तकरीबन आधा मशीनों के माध्यम से सम्पन्न होगा.’’जिनेवा के निकट स्थित डब्ल्यूईएफ को रईसों, नेताओं और कारोबारियों की वार्षिक सभा के लिये जाना जाता है, जिसका आयोजन स्विट्जरलैंड के दावोस में होता है.अध्ययन के अनुसार ई-कॉमर्स एवं सोशल मीडिया सहित सेल्स, मार्केटिंग और कस्टमर सर्विस जैसी जिन नौकरियों में ‘‘मानव कौशल’’ की आवश्यकता होती है उनमें मानव कौशल में इजाफा देखा जा सकता है। इसी तरह से रचनात्मकता, आलोचनात्मक सोच और प्रबोधन जैसे कार्यों में भी मानव कौशल बना रहेगा. (इनपुट-भाषा से)
वीडियो- भारतीय सेना में 1.5 लाख नौकरियां ख़त्म करने की तैयारी
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं