
गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने मंगलवार को आश्वासन दिया कि यदि ठोस सबूत मिले तो वह बिल्डर-राजनीतिज्ञ गठजोड़ की जांच कराएंगे।
उल्लेखनीय है कि शनिवार को गोवा में एक निर्माणाधीन इमारत के ढहने से कम से कम 17 लोगों की मौत हो गई। कई लोग अभी भी मलबे तले दबे हुए हैं।
पर्रिकर का यह आश्वासन ऐसे समय में आया है, जब विपक्षी दलों ने दावा किया है कि राज्य के खेल मंत्री रमेश तावड़कर ने इस परियोजना में मदद की थी। इमारत में दो फ्लैट उन्हें आवंटित किए गए थे।
पर्रिकर ने राजधानी में आयोजित एक कार्यक्रम से अलग कहा, "यदि लोगों ने ठोस सबूत उपलब्ध कराए तो मैं इस गठजोड़ की जांच कराऊंगा।"
कनाकोना विधानसभा सीट से विधायक तावड़कर ने इस आरोप से इंकार किया है और कहा है कि उन्होंने मेहनत से कमाए धन से फ्लैट खरीदे थे।
तावड़कर ने स्पष्ट किया, "मदद करने के बदले मुझे फ्लैट नहीं दिए गए हैं।"
लेकिन कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने घटना की न्यायिक जांच कराने की मांग की है।
सरकार ने एक सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी के नेतृत्व में दुर्घटना के पीछे के कारणों की जांच करने और जिम्मेदारी तय करने के लिए एक तीन सदस्यीय समिति गठित की है।
पर्रिकर ने यह भी कहा कि मलबे में अभी भी दर्जनों लोग दबे हो सकते हैं। दुर्घटनाग्रस्त इमारत के बगल में खड़ी इमारत में भी में दरार आ गया है। वह इमारत बचाव दल के लिए खतरा बनी हुई है। उसे ढहाए जाने के बाद 24 घंटे के भीतर मलबे में दबे लोगों को बाहर निकाल लिया जाएगा।
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