रांची:
राष्ट्रीय जनता दल प्रमुख लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाले में सीबीआई की एक अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद उनके बड़े बेटे तेजस्वी यादव ने सोमवार को कहा कि इस फैसले के खिलाफ उच्च न्यायालय में अपील की जाएगी।
तेजस्वी ने कहा, "हम ऊपरी अदालत में अपील करेंगे, न्यायिक व्यवस्था में हमारा भरोसा है।"
उन्होंने कहा, "हम जनता की अदालत में भी जाएंगे। हमारे नेता के खिलाफ साजिश करने वाली ताकतों को अगले चुनाव में सही जवाब मिलेगा।"
वहीं, पार्टी के नेता रघुवंश प्रसाद ने इस कानूनी लड़ाई को एक 'राजनीतिक जंग' करार दिया।
रघुवंश प्रसाद ने कहा, "हम अपने नेता की जमानत के लिए तैयारी कर रहे हैं। यह केवल एक कानूनी लड़ाई नहीं है, बल्कि राजनीतिक लड़ाई है। जो लोग हमारे खिलाफ थे वे सभी हमें फंसाने के लिए एकजुट हुए हैं।"
उन्होंने आरोप लगाया कि दागी जनप्रतिनिधियों के बारे में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के विपरीत अध्यादेश लाया जाना और लोकप्रियता हासिल करने के लिए फिर उसे वापस लेने की जो कवायद चल रही है, उसका उद्देश्य लालू प्रसाद को फंसाना है।
रघुवंश प्रसाद ने एक टीवी चैनल पर कहा कि सर्वदलीय बैठक में तय हुआ था कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को बदला जाएगा। लेकिन जब जनता दल-युनाइटेड (जदयू) और भारतीय जनता पार्टी ने देख लिया कि लालू प्रसाद दोषी करार दिए जाने वाले हैं तो उन्होंने अपना विचार बदल लिया।
यह पूछे जाने पर कि क्या वे समझते हैं कि कांग्रेस ने उनको बेसहारा छोड़ दिया है, तो रघुवंश प्रसाद ने कहा, "कांग्रेस कब हमारे साथ थी? हम केवल सांप्रदायिक ताकतों से लड़ने के लिए उसके साथ थे।"
राजद प्रमुख लालू प्रसाद के साथ ही बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र और 43 अन्य को भी सीबीआई की विशेष अदालत ने चारा घोटाले में दोषी ठहराया।
सीबीआई के विशेष न्यायाधीश प्रवास कुमार सिंह ने फैसला सुनाया। अदालत ने सभी 45 आरोपियों को मामले में दोषी पाया।
अदालत ने कहा कि सजा तीन अक्टूबर को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सुनाई जाएगी।
तेजस्वी ने कहा, "हम ऊपरी अदालत में अपील करेंगे, न्यायिक व्यवस्था में हमारा भरोसा है।"
उन्होंने कहा, "हम जनता की अदालत में भी जाएंगे। हमारे नेता के खिलाफ साजिश करने वाली ताकतों को अगले चुनाव में सही जवाब मिलेगा।"
वहीं, पार्टी के नेता रघुवंश प्रसाद ने इस कानूनी लड़ाई को एक 'राजनीतिक जंग' करार दिया।
रघुवंश प्रसाद ने कहा, "हम अपने नेता की जमानत के लिए तैयारी कर रहे हैं। यह केवल एक कानूनी लड़ाई नहीं है, बल्कि राजनीतिक लड़ाई है। जो लोग हमारे खिलाफ थे वे सभी हमें फंसाने के लिए एकजुट हुए हैं।"
उन्होंने आरोप लगाया कि दागी जनप्रतिनिधियों के बारे में सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के विपरीत अध्यादेश लाया जाना और लोकप्रियता हासिल करने के लिए फिर उसे वापस लेने की जो कवायद चल रही है, उसका उद्देश्य लालू प्रसाद को फंसाना है।
रघुवंश प्रसाद ने एक टीवी चैनल पर कहा कि सर्वदलीय बैठक में तय हुआ था कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले को बदला जाएगा। लेकिन जब जनता दल-युनाइटेड (जदयू) और भारतीय जनता पार्टी ने देख लिया कि लालू प्रसाद दोषी करार दिए जाने वाले हैं तो उन्होंने अपना विचार बदल लिया।
यह पूछे जाने पर कि क्या वे समझते हैं कि कांग्रेस ने उनको बेसहारा छोड़ दिया है, तो रघुवंश प्रसाद ने कहा, "कांग्रेस कब हमारे साथ थी? हम केवल सांप्रदायिक ताकतों से लड़ने के लिए उसके साथ थे।"
राजद प्रमुख लालू प्रसाद के साथ ही बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र और 43 अन्य को भी सीबीआई की विशेष अदालत ने चारा घोटाले में दोषी ठहराया।
सीबीआई के विशेष न्यायाधीश प्रवास कुमार सिंह ने फैसला सुनाया। अदालत ने सभी 45 आरोपियों को मामले में दोषी पाया।
अदालत ने कहा कि सजा तीन अक्टूबर को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सुनाई जाएगी।
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