संयुक्त राष्ट्र महासंघ की बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के बयान 'भारत ने दुनिया को युद्ध नहीं बुद्ध दिए हैं', से इत्तेफाक नहीं रखने वाले संभाजी भिड़े का विवादों से पुराना नाता रहा है. इस बार उन्होंने पीएम मोदी के बुद्ध वाले बयान का विरोध करते हुए कहा है कि दुनिया को वर्तमान समय में शांति का संदेश नहीं चाहिए जो बुद्ध ने अपने उपदेश में दिया था. उन्होंने कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह (बुद्ध का उल्लेख) करके गलती की. हमने दुनिया को बुद्ध दिया लेकिन यह (बुद्ध का शांति और सहिष्णुता का संदेश) अब उपयोगी नहीं है. यदि आपको दुनिया में व्यवस्था कायम करनी है तो हमें छत्रपति शिवाजी महाराज और उनके पुत्र संभाजी महाराज के 'विचारों' की आवश्यकता होगी.' संभाजी भिड़े ने कुछ दिन पहले ही कहा था कि अमेरिका चंद्रमा पर अपना अंतरिक्षयान भेजने की 39 वीं कोशिश में इसलिए सफल रहा था कि उसने इसे ‘एकादशी के दिन' भेजा था. उन्होंने कहा कि बार-बार की नाकामियों के बाद एक अमेरिकी वैज्ञानिक ने भारतीय काल गणना अपनाने का सुझाव दिया था. इसका अनुपालन करते हुए अमेरिका अपनी 39 वीं कोशिश में सफल रहा. इससे पहले भिडे ने नासिक में कहा था, ‘उनके बाग का आम खाने पर कई दंपतियों को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई है.'
संभाजी भिड़े के बारे में 10 बातें
- 80 साल के संभाजी भिड़े उर्फ 'गुरुजी' वर्तमान में सांगली में रहते हैं. उनका मूल गांव सातारा में सबनीसवाडी है.
- संभाजी भिड़े पहले आरएसएस में जुड़े थे पर बाद किसी बात को लेकर मतभेद हो गया जिसके बाद उन्होंने 1984 में श्री शिवप्रतिष्ठान हिंदुस्तान की स्थापना की.
- भिड़े गुरुजी के नाम से लोकप्रिय संभाजी भिड़े पैर में चप्पल नहीं पहनते. ज्यादातर सफर पैदल चलकर, साइकिल या फिर बीएसटी बस से करते हैं.
- उनके बारे में कहा जाता है कि 80 साल की उम्र में भी वह 150 बार दंड बैठक और 150 सूर्य नमस्कार रोज करते हैं.
- उनके संगठन श्रीशिवप्रतिष्ठान हिन्दुस्थान के सदस्यों को 'धारकारी' बुलाया जाता है. संभाजी भिड़े ने युवकों में धर्म के प्रति जागरूकता लाने के लिए 1987 में नवरात्रि में दुर्गा माता दौड़ शुरू की थी जो आज भी जारी है.
- कट्टर हिंदुत्व और अपने उग्र विचारों के कारण संभाजी भिड़े हमेशा विवादों में रहे हैं. उनके संगठन पर दंगा फैलाने का आरोप भी लगता रहा है.
- साल 2008 में जोधा अकबर फ़िल्म को लेकर सांगली में विरोध प्रदर्शन और दंगा करने का आरोप लगा था.
- साल 2009 में दंगे में में भी उनके संगठन पर आरोप लगा था. लेकिन कोई सबूत नहीं मिलने से मामला दर्ज नहीं हो पाया था.
- साल 2015 में एनसीपी के जितेंद्र आव्हाड ने भिड़े गुरुजी के खिलाफ भाषण दिया था जिसके बाद प्रतिष्ठान के कार्यकर्ताओं ने सभा मे हंगामा किया था.
- 1 जनवरी 2018 को भीमा कोरेगांव में हुए दंगे में भी संभाजी भिड़े को आरोपी बनाया गया था पर बाद उसमें उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई . उल्टे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा में क्लीन चिट दे दी थी.