उपराष्ट्रपति आम नागरिकों की तरह लाइन में लगे और दर्शन किया.
नई दिल्ली : उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने एक मिसाल पेश की है. तिरुमला मंदिर में पहुंचे उपराष्ट्रपति ने वीआईपी गेट से दर्शन न कर आम श्रद्धालुओं की तरफ बाकायदा कतार में लगे और दर्शन किया. जानकारी के मुताबिक उपराष्ट्रपति को अति विशिष्ट लोगों के लिये बने ‘महाद्वारम' से दर्शन के लिये जाना था, लेकिन उन्होंने आम श्रद्धालुओं की तरह कतार में लगकर दर्शन करने का फैसला लिया. नायडू ने तेलुगू में किये गए ट्वीट में कहा, ‘‘मुझे वैकुंठम श्रृंखला परिसर से स्वामी दर्शन के लिये जाने में खुशी मिली यद्यपि उपराष्ट्रपति के तौर पर मुझे दर्शन के लिये ‘महाद्वारम' से जाना था. उनके सामने सभी समान और साधारण हैं''.
उपराष्ट्रपति कतार में लगकर दर्शन के लिए पहुंचे.
उपराष्ट्रपति ने कहा कि उन्होंने भगवान से ‘‘देश और लोगों की खुशहाली के लिये प्रार्थना की.'' नायडू की भगवान वेंकटेश्वर में अगाध श्रद्धा है. वह सोमवार शाम यहां पहुंचे। इससे पहले उन्होंने यहां से 15 किमी दूर रेनीगुंटा हवाईअड्डे के निकट करीब 100 करोड़ रूपए की लागत से पर्यटन मंत्रालय द्वारा बनाए गए इंडियन कलिनरी इंस्टीट्यूट का उद्घाटन किया था. मंदिर के सूत्रों ने पीटीआई-भाषा को बताया कि पौ फटते ही नायडू मंदिर गए जहां करीब 20 मिनट तक रहे. मंदिर में उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया. पुजारी और तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के अधिकारी उन्हें गर्भगृह में ले गए. तिरुपति से रवाना होने से पहले वह कुछ स्थानीय कार्यक्रमों में भी शामिल हुए.
(इनपुट- भाषा से भी)
उपराष्ट्रपति ने लिखा, भगवान के सामने सभी समान और साधारण हैं.