बीजेपी के मुस्लिम सांसद मुख्तार अब्बास नकवी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
लोकसभा में कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने गुरुवार को मुस्लिम महिला बिल यानी ट्रिपल तलाक बिल को पेश किया. वहीं इस बिल सदन में पेश करने पर कई सांसदों ने इसका विरोध किया और कई सदस्यों ने विधेयक में बदलाव की मांग भी की. इससे पहले बुधवार को केंद्रीय संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने सभी विपक्षी पार्टियों से सदन में तीन तलाक विधेयक को पारित करने में सहयोग देने का आह्वान किया था. मगर आज इस बिल के पेश होते ही, कांग्रेस के मल्लिका अर्जुन ने इस बिल को स्टैंडिंग कमेटी को भेजने का प्रस्ताव दिया था, जिसे सरकार ने ठुकरा दिया. हालांकि, अभी इस पर लोकसभा में बहस जारी है.
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सदन में बीजेपी सांसद और मंत्री एमजे अकबर ने कहा कि इस्लाम खतरे में है ये नारा आजादी से पहले देश को बांटने के लिए लगाया जाता था, आज भी यही कहकर समाज में ज़हर फैलाया जा रहा है, दरअसल ट्रिपल तलाक के खिलाफ़ क़ानून से मुस्लिम मर्दों की जबरदस्ती खतरे में है.
मुख्तार अब्बास नकवी ने अपने ट्वीटर पेज पर इस बिल के विषय में कहा कि यह "तुष्टिकरण के बिना सशक्तिकरण" है. नकवी ने लिखा कि आज लोकसभा में ट्रिपल तलाक के खिलाफ पेश किया गया बिल नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा मुस्लिम महिलाओं के सामाजिक-संवैधानिक अधिकारों को सुरक्षित करने का संकल्प है.
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इतना ही नहीं, इस बिल को राजद, एआईएमआईएम, बीजद और ऑल इंडिया मुस्लिम लीग सहित कई दलों के सदस्यों ने इसका विरोध किया. हालांकि, ये सभी पार्टियां इस बिल में कुछ मसलों को लेकर अपना विरोध जता रही हैं.
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सदन में बीजेपी सांसद और मंत्री एमजे अकबर ने कहा कि इस्लाम खतरे में है ये नारा आजादी से पहले देश को बांटने के लिए लगाया जाता था, आज भी यही कहकर समाज में ज़हर फैलाया जा रहा है, दरअसल ट्रिपल तलाक के खिलाफ़ क़ानून से मुस्लिम मर्दों की जबरदस्ती खतरे में है.
मुख्तार अब्बास नकवी ने अपने ट्वीटर पेज पर इस बिल के विषय में कहा कि यह "तुष्टिकरण के बिना सशक्तिकरण" है. नकवी ने लिखा कि आज लोकसभा में ट्रिपल तलाक के खिलाफ पेश किया गया बिल नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा मुस्लिम महिलाओं के सामाजिक-संवैधानिक अधिकारों को सुरक्षित करने का संकल्प है.
इससे पहले कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि हर कोई महिलाओं को अधिकार देने के पक्ष में है उन्होने कहा कि इस बिल को संसद की स्थायी समिति में भेजा जाना चाहिए."नारी न्याय, नारी समानता, नारी गरिमा" को ध्यान में रख कर प्रधानमंत्री श्री @narendramodi की सरकार द्वारा तीन तलाक के खिलाफ बिल लाने के ऐतिहासिक कदम का स्वागत करती मुस्लिम महिलाएं। #ModiGovtEmpowersWomen pic.twitter.com/6Ko7bynStT
— Mukhtar Abbas Naqvi (@naqvimukhtar) December 28, 2017
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इतना ही नहीं, इस बिल को राजद, एआईएमआईएम, बीजद और ऑल इंडिया मुस्लिम लीग सहित कई दलों के सदस्यों ने इसका विरोध किया. हालांकि, ये सभी पार्टियां इस बिल में कुछ मसलों को लेकर अपना विरोध जता रही हैं.
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