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This Article is From Jul 09, 2017

पश्चिम बंगाल : दार्जिलिंग में हिंसा के बाद सड़कों पर सेना की वापसी

पश्चिम बंगाल से अलग राज्य की मांग को लेकर आंदोलन का प्रसार करने वाले गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) ने दावा किया कि पुलिस गोलीबारी में दो युवकों की मौत हो गयी और वार्ता के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पेशकश को ठुकरा दिया.

पश्चिम बंगाल : दार्जिलिंग में हिंसा के बाद सड़कों पर सेना की वापसी
दार्जिलिंग के लिए प्रतीकात्मक तस्वीर.
दार्जिलिंग (पश्चिम बंगाल): दार्जिलिंग में फिर हिंसा छिड़ने के बाद राज्य सरकार ने सेना को वापस बुला लिया. गोरखालैंड समर्थकों ने एक पुलिस चौकी, एक टॉय ट्रेन स्टेशन में आग लगा दी और दो जगहों पर पुलिस के साथ झड़प हुई. पश्चिम बंगाल से अलग राज्य की मांग को लेकर आंदोलन का प्रसार करने वाले गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) ने दावा किया कि पुलिस गोलीबारी में दो युवकों की मौत हो गयी और वार्ता के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पेशकश को ठुकरा दिया.

हालांकि पुलिस ने बताया कि गोलीबारी की उन्हें खबर नहीं है. जीजेएम ने आज रात एक बयान में कहा बनर्जी और राज्य सरकार के साथ बातचीत का रास्ता हमेशा के लिए बंद हो चुका है. सोनादा में हिंसा की ताजा घटना होने के बाद आज दार्जीलिंग हिल्स में फिर से सेना तैनात की गई. बीती रात कथित पुलिस गोलीबारी में एक युवक के मारे जाने के बाद वहां गोरखालैंड समर्थकों ने एक पुलिस चौकी और एक ट्वॉय ट्रेन स्टेशन फूंक दिया.

गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) कार्यकर्ताओं और गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (जीएनएलएफ) की भी दार्जीलिंग के सोनादा और चौकबाजार में झड़प हुई. वहीं, इस पर्वतीय क्षेत्र में अनिश्चिचतकालीन बंद 24 वें दिन भी जारी रहा.

रक्षा सूत्रों ने बताया कि हिंसा की ताजा घटना के मद्देनजर सोनादा और दार्जीलिंग में करीब सौ- सौ कर्मियों की सेना की दो टुकड़ियां तैनात की गई है. जीएनएलएफ प्रवक्ता नीरज जिम्बा ने दावा किया कि सुरक्षा बलों ने बीती रात युवक ताशी भुटिया की गोली मार कर हत्या कर दी, जब वह सोनादा में दवा खरीदने गया था.

एक पुलिस अधिकारी ने बताया, फिलहाल हमारे पास गोलीबारी की कोई खबर नहीं है. हम घटना का पता लगा रहे हैं. हम बाद में आपको ब्योरा देंगे. गोलीबारी के बारे में पूछे जाने पर पुलिस महानिरीक्षक जावेद शमीम ने कहा, जांच के बाद इस बारे में पता चल पाएगा. जीजेएम और पर्वतीय क्षेत्र की अन्य पाटर्यिों ने पुलिस के पास एक शिकायत दर्ज करा कर पुलिस पर युवक की हत्या करने का आरोप लगाया है.

जीजेएम नेता बिनय तमांग ने बताया, पुलिस ने बगैर किसी कारण के युवक की हत्या कर दी. उसके शरीर पर गोलियों के निशान हैं. हमने इसमें संलिप्त पुलिसकर्मियों को दंडित करने की मांग की है. युवक की मौत की खबर फैलते ही गोरखालैंड के सैकड़ों समर्थक सड़कों पर उतर आए और पुलिस ज्यादती के खिलाफ नारेबाजी की.

उनकी पुलिस के साथ झड़प हुई और सोनादा में एक पुलिस चौकी और दार्जिलिंग- हिमालयन रेलवे के एक ट्वाय ट्रेन स्टेशन को आग के हवाले कर दिया. यह स्टेशन यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल है. जीजेएम ने कहा कि वह चौकबाजार इलाका और दार्जीलिंग में शव के साथ रैली निकालेगा.

केंद्र ने कल कहा कि यह आंदोलन खत्म करने के लिए जीजेएम और पश्चिम बंगाल सरकार के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने को इच्छुक है. अनिश्चितकालीन बंद से रसद आपूर्ति पूरी तरह से प्रभावित हुआ है. ऐसे में जीजेएम और विभिन्न एनजीओ ने लोगों के बीच भोजन बांटा है. दवा दुकानों को छोड़कर सारी दुकानें, स्कूल, कॉलेज बंद रहें. इंटरनेट सेवाएं 21 वें दिन भी बंद रही. पुलिस और सुरक्षा बलों ने सड़कों पर गश्त किया और प्रवेश एवं निकास द्वारों पर निगरानी रखे हुए है.

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