राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान बृहस्पतिवार को गिरकर 1.8 डिग्री सेल्सियस हो जाने के कारण दिल्ली ‘‘भीषण'' शीतलहर की चपेट में आ गई जहां सुबह के समय ‘‘घना'' कोहरा छाया रहा.मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक अधिकारी ने बताया कि सुबह ‘‘घने'' से ‘‘मध्यम'' कोहरे के कारण पालम में दृश्यता स्तर 100 मीटर और सफदरजंग में 201 रहा. आईएमडी के अनुसार, यदि दृश्यता स्तर शून्य से 50 मीटर हो, तो कोहरा ‘‘अत्यंत घने'' की श्रेणी में आता है, दृश्यता स्तर 51 से 200 मीटर होने पर यह ‘‘घने'' कोहरे की श्रेणी में आता है, दृश्यता स्तर 201 से 500 मीटर हो, तो कोहरा ‘‘मध्यम'' की श्रेणी में आता है और यदि दृश्यता स्तर 501 से 1,000 के बीच हो, तो कोहरा ‘हल्के' की श्रेणी में आता है.
सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि सामान्य तापमान से पांच डिग्री नीचे है, जबकि बुधवार को यह 3.2 डिग्री सेल्सियस था. अधिकतम तापमान 19.2 डिग्री दर्ज किया गया. जफरपुर, लोधी रोड और रिज मौसम स्टेशनों ने क्रमश: 1.8 डिग्री, 2.4 डिग्री और 3.6 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया. यदि मैदानी इलाकों में चार डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया जाता है, तो आईएमडी शीतलहर की घोषणा करता है और यदि तापमान दो डिग्री सेल्सियस या उससे भी नीचे गिर जाता है तो भीषण शीतलहर घोषित की जाती है.
आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों से मैदानी इलाकों में चल रही ठंडी एवं शुष्क उत्तरी/उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण उत्तर भारत में तापमान और गिर गया है. शहर में एक जनवरी को 1.1 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया था, जो पिछले 15 साल में इस महीने में सबसे कम तापमान है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं