अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारत प्रवास के दौरान दोनों देश न्यूक्लियर डील को कार्यरूप देने पर बने गतिरोध को खत्म करने और व्यापार तथा निवेश के क्षेत्रों में रिश्ते प्रगाढ़ करने की कोशिश करेंगे।
ओबामा और मोदी न्यूक्लियर गतिरोध खत्म करने के लिए हैदराबाद हाउस में बातचीत कर रहे हैं। इस बातचीत का नाम 'वॉक एंड टॉक' रखा गया है। ओबामा और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच रक्षा एवं अन्य सामरिक मुद्दों पर भी चर्चा होगी। मोदी और ओबामा के बीच होनी वाली वार्ता में जलवायु परिवर्तन का मुद्दा भी प्रमुखता से उठने की उम्मीद है।
दोनों देश ओबामा की यात्रा के नतीजों को 'शानदार' बनाने के लिए बहुत मेहनत कर रहे हैं। ओबामा ने अपनी भारत यात्रा की पूर्व संध्या पर कहा था कि 21वीं सदी में भारत और अमेरिका के संबंध दोनों देशों के संविधानों में निहित लोकतांत्रिक आदर्शों के आधार पर और गहरे होते जाएंगे।
ओबामा ने कहा, भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि बनना बड़े सम्मान की बात है। मिशेल और मैं 2010 की भारत यात्रा के बाद से ही फिर से भारत की यात्रा करने के लिए इच्छुक थे। हम फिर उस खुले मन से स्वागत और आतिथ्य सत्कार का आनंद उठाना चाहते थे, जो हमें उस यात्रा के दौरान मिला था।
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