वसुंधरा राजे (फाइल फोटो)
जयपुर:
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोप लगाया है कि आजादी के बाद पूरे देश में वसुंधरा राजे शायद पहली नेता होंगी, जिन्होंने देश के एक भगोड़े के पक्ष में विदेशी सरकार को हलफनामा दिया। इतना बड़ा अपराध करने के बाद तो राजे का नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए था।
गहलोत ने विधानसभा परिसर में संवाददाताओं से कहा कि वसुंधरा राजे के धौलपुर के महल में जो पैसा लगा है वह पैसा मॉरीशस से आया था। वही पैसा लखनऊ और दिल्ली में भी लगा है।
उन्होंने कहा कि यह करोड़ों रुपये का मामला है। धौलपुर में 7 स्टार होटल बन गया है, उसकी जांच करे तो वास्तव में मॉरीशस के रास्ते आए पैसे का कैसे उपयोग हुआ है, जांच में सामने आ जाएगा। यह किसी से छिपा नहीं है कि ललित मोदी के जमाने में ‘पावर ब्रोकर’ के रूप में जो पैसा लूटा गया था, वही पैसा मॉरीशस के रास्ते इनकी कम्पनियों में आया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वसुंधरा राजे ने एक बार भी मीडिया को अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब नहीं दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मौन धारण किए हुए हैं। उन्होंने विदेशमंत्री सुषमा स्वराज, वसुंधरा राजे और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा है।
उन्होंने कहा कि उनकी दृष्टि से या तो उनका भी मानना यही होगा कि ये तीनों दोषी हैं अथवा वह राजनैतिक कारणों से बचाने में लगे हुए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में आज सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। यह एक निकम्मी और भ्रष्ट सरकार है। राजे की पिछली सरकार के समय ललित मोदी मौजूद था। आज वह अदृश्य रूप से मौजूद है। उन्होंने कहा, आश्चर्य इस बात का है कि वसुंधरा राजे आज भी कुर्सी पर बैठी हैं। मैं सोच रहा था कि नैतिकता के नाते विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले वह शायद इस्तीफा दे देंगी।
गहलोत ने विधानसभा परिसर में संवाददाताओं से कहा कि वसुंधरा राजे के धौलपुर के महल में जो पैसा लगा है वह पैसा मॉरीशस से आया था। वही पैसा लखनऊ और दिल्ली में भी लगा है।
उन्होंने कहा कि यह करोड़ों रुपये का मामला है। धौलपुर में 7 स्टार होटल बन गया है, उसकी जांच करे तो वास्तव में मॉरीशस के रास्ते आए पैसे का कैसे उपयोग हुआ है, जांच में सामने आ जाएगा। यह किसी से छिपा नहीं है कि ललित मोदी के जमाने में ‘पावर ब्रोकर’ के रूप में जो पैसा लूटा गया था, वही पैसा मॉरीशस के रास्ते इनकी कम्पनियों में आया है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वसुंधरा राजे ने एक बार भी मीडिया को अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब नहीं दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी मौन धारण किए हुए हैं। उन्होंने विदेशमंत्री सुषमा स्वराज, वसुंधरा राजे और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के बारे में एक शब्द भी नहीं कहा है।
उन्होंने कहा कि उनकी दृष्टि से या तो उनका भी मानना यही होगा कि ये तीनों दोषी हैं अथवा वह राजनैतिक कारणों से बचाने में लगे हुए हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में आज सरकार नाम की कोई चीज नहीं है। यह एक निकम्मी और भ्रष्ट सरकार है। राजे की पिछली सरकार के समय ललित मोदी मौजूद था। आज वह अदृश्य रूप से मौजूद है। उन्होंने कहा, आश्चर्य इस बात का है कि वसुंधरा राजे आज भी कुर्सी पर बैठी हैं। मैं सोच रहा था कि नैतिकता के नाते विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले वह शायद इस्तीफा दे देंगी।
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