
वरुण गांधी (फाइल फोटो)
लखनऊ:
यूपी के सुल्तानपुर से सांसद और भाजपा नेता वरुण गांधी आज कल राजनीति और चुनाव प्रक्रिया को लेकर हर जगह कुछ बोलते नजर आते हैं. एक बार फिर से शनिवार को वरुण गांधी ने भ्रष्टाचार को बड़ी समस्या बताते हुए स्पष्ट कहा कि हमारे यहां पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी है. उन्होंने यह भी कहा कि जनता के लिए योजनाएं जनता के बीच में बैठ कर बनाई चाहिए न कि बंद, वातानुकूलित कमरों में. शहर के एक स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में आए वरुण ने कहा कि भ्रष्टाचार की समस्या से सभी परेशान हैं. सरकारी योजनाओं पर 70 फीसदी धन राशि खर्च होती है लेकिन जनता के पास इसका कोई लेखा जोखा नहीं होता.
उन्होंने कहा कि सरकार को इसमें पारदर्शिता लानी होगी. उन्होंने कहा कि हमारे यहां पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी है. वरुण ने इटली का उदाहरण देते हुए कहा कि कभी सर्वाधिक भ्रष्ट देश रहे इटली ने अब भ्रष्टाचार पर काबू पा लिया है और वहां हर योजना, उस पर हुआ काम, उसकी प्रगति आदि सब कुछ ऑनलाइन होता है. इस पूछे गए सवाल पर वहां मात्र 12 घंटे के अंदर जवाब देना अनिवार्य है.
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उन्होंने यह भी कहा कि जनता के लिए योजनाएं जनता के बीच में बैठ कर बनाई चाहिए न कि बंद, वातानुकूलित कमरों में. बता दें कि नेहरू गांधी परिवार पर अकसर वंशवाद का आरोप लगता है. इसी परिवार से संबद्ध वरुण ने राजनीति में वंशवाद खत्म करने की वकालत की.
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हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि आज राजनीति में वही आ सकता है जिसके परिवार के लोग राजनीति में हैं या उनका कोई 'गॉड फादर' है. उन्होंने कहा कि राजनीति, क्रिकेट, उद्योग और फिल्म का क्षेत्र भी परिवारवाद से अछूता नहीं है. वरुण ने एक बार फिर दोहराया कि अगर उनके नाम के साथ 'गांधी' नहीं जुड़ा होता तो वह सांसद भी नहीं बन पाते.
VIDEO: इंडिया 8 बजे : वरुण गांधी का नाम स्टार प्रचारकों की सूची से हटा (इनपुट भाषा से)
उन्होंने कहा कि सरकार को इसमें पारदर्शिता लानी होगी. उन्होंने कहा कि हमारे यहां पारदर्शिता और जवाबदेही की कमी है. वरुण ने इटली का उदाहरण देते हुए कहा कि कभी सर्वाधिक भ्रष्ट देश रहे इटली ने अब भ्रष्टाचार पर काबू पा लिया है और वहां हर योजना, उस पर हुआ काम, उसकी प्रगति आदि सब कुछ ऑनलाइन होता है. इस पूछे गए सवाल पर वहां मात्र 12 घंटे के अंदर जवाब देना अनिवार्य है.
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उन्होंने यह भी कहा कि जनता के लिए योजनाएं जनता के बीच में बैठ कर बनाई चाहिए न कि बंद, वातानुकूलित कमरों में. बता दें कि नेहरू गांधी परिवार पर अकसर वंशवाद का आरोप लगता है. इसी परिवार से संबद्ध वरुण ने राजनीति में वंशवाद खत्म करने की वकालत की.
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हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि आज राजनीति में वही आ सकता है जिसके परिवार के लोग राजनीति में हैं या उनका कोई 'गॉड फादर' है. उन्होंने कहा कि राजनीति, क्रिकेट, उद्योग और फिल्म का क्षेत्र भी परिवारवाद से अछूता नहीं है. वरुण ने एक बार फिर दोहराया कि अगर उनके नाम के साथ 'गांधी' नहीं जुड़ा होता तो वह सांसद भी नहीं बन पाते.
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