उत्तरकाशी:
उत्तराखंड के जनपद उत्तरकाशी में आज विजिलेंस ने एक एसडीएम को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। पुरोला में तैनात एसडीएम केके सिंह एक काम की एवज में दस हजार रुपये की रिश्वत ले रहे थे।
दो तहसीलों का चार्ज
विजिलेंस की टीम को सिंह के आवास की तलाशी के दौरान साढ़े छः लाख रुपये, कई प्रॉपर्टी के कागजात व लाखों रुपये की इन्वेस्टमेंट की डिटेल मिली है। लंबे समय से एसडीएम पर रिश्वत लेने का आरोप लग रहा था। सिंह के पास पिछले दो साल से पुरोला के साथ-साथ मोरी तहसील का भी चार्ज है। केके सिंह तहसील में आने वाले लोगों से तो वसूली कर ही रहे थे, अपने सहकर्मियों से भी वसूली में लगे थे, पैसों की इसी हवस ने उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
विजिलेंस ने पकड़ा
दरअसल पुरोला तहसील में नायब तहसीलदार कमलेश्वर प्रसाद नौटियाल ने एसडीएम से सीआर लिखने के लिए आग्रह किया था। सीआर लिखने के एवज में एसडीएम नायब तहसीलदार से रिश्वत मांग रहा था। काफी आग्रह के बाद भी जब एसडीएम बिना रिश्वत लिए नायब तहसीलदार की सीआर लिखने को राजी नहीं हुए तब नायब तहसीलदार ने इसकी सूचना विजिलेंस को दी। इसके बाद एसडीएम को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया।
रिश्वत का लिफाफा लेते ही पकड़े गए
एसडीएम को रिश्वत देने के लिए आज का दिन तय किया गया था। तय समय पर नायब तहसीलदार दस हजार रुपये लेकर केके सिंह के आवास पर पहुंच गए। नायब तहसीलदार ने जैसे ही एसडीएम को दस हजार रूपये का लिफाफा थमाया विजिलेंस ने उसे थाम लिया। रंगे हाथों पकड़े गए एसडीएम सिंह के आवास की तलाशी के दौरान विजिलेंस को साढ़े छः लाख रुपये नगद, एक रिवाल्वर, कई नामी और बेनामी संपत्ति के कागजात व कई कंपनियों में निवेश की जानकारी मिली है।
दो तहसीलों का चार्ज
विजिलेंस की टीम को सिंह के आवास की तलाशी के दौरान साढ़े छः लाख रुपये, कई प्रॉपर्टी के कागजात व लाखों रुपये की इन्वेस्टमेंट की डिटेल मिली है। लंबे समय से एसडीएम पर रिश्वत लेने का आरोप लग रहा था। सिंह के पास पिछले दो साल से पुरोला के साथ-साथ मोरी तहसील का भी चार्ज है। केके सिंह तहसील में आने वाले लोगों से तो वसूली कर ही रहे थे, अपने सहकर्मियों से भी वसूली में लगे थे, पैसों की इसी हवस ने उन्हें सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
विजिलेंस ने पकड़ा
दरअसल पुरोला तहसील में नायब तहसीलदार कमलेश्वर प्रसाद नौटियाल ने एसडीएम से सीआर लिखने के लिए आग्रह किया था। सीआर लिखने के एवज में एसडीएम नायब तहसीलदार से रिश्वत मांग रहा था। काफी आग्रह के बाद भी जब एसडीएम बिना रिश्वत लिए नायब तहसीलदार की सीआर लिखने को राजी नहीं हुए तब नायब तहसीलदार ने इसकी सूचना विजिलेंस को दी। इसके बाद एसडीएम को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया गया।
रिश्वत का लिफाफा लेते ही पकड़े गए
एसडीएम को रिश्वत देने के लिए आज का दिन तय किया गया था। तय समय पर नायब तहसीलदार दस हजार रुपये लेकर केके सिंह के आवास पर पहुंच गए। नायब तहसीलदार ने जैसे ही एसडीएम को दस हजार रूपये का लिफाफा थमाया विजिलेंस ने उसे थाम लिया। रंगे हाथों पकड़े गए एसडीएम सिंह के आवास की तलाशी के दौरान विजिलेंस को साढ़े छः लाख रुपये नगद, एक रिवाल्वर, कई नामी और बेनामी संपत्ति के कागजात व कई कंपनियों में निवेश की जानकारी मिली है।
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