नई दिल्ली:
उत्तराखंड में कुदरत की तबाही को एक मंगलवार को एक महीना पूरा हो जाएगा। 16 जून को आई आपदा ने राज्य में एक बड़े हिस्से को तहस नहस कर दिया था। राज्य सरकार की तरफ से यह ऐलान किया गया मंगलवार से लापता लोगों को भी मुआवाजा देने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
बताया जा रहा है कि यह संख्या साढ़े पांच हजार से छह हजार के बीच हो सकती है। सरकार ने पहले भी कहा था कि अगर एक महीने तक लापता व्यक्ति की जानकारी नहीं मिल पाएगी तो उसे भी मृत मान लिया जाएगा और उसके मुआवजे की प्रक्रिया को शुरू कर दिया जाएगा।
लापता लोगों के आश्रितों को एक शपथ पत्र के साथ मुआवजा दिया जाएगा और अगर कोई व्यक्ति जीवित पाया जाता है तो उसके परिवार को यह राशि लौटानी होगी।
मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने कहा कि अभी उनके पास 5748 लापता लोगों की लिस्ट है और आज सरकार इन लापता लोगों को भी मृतकों की सूची में डाल सकती है।
विजय बहुगुणा ने कहा कि दूसरे राज्यों के मृतकों के बारे में संबंधित राज्यों के मुख्य सचिवों को सूचना दे दी गई है। मृत लोगों के आश्रितों को एक शपथ-पत्र के साथ तुरंत मुआवजा दे दिया जाएगा और अगर कोई व्यक्ति जीवित पाया जाता है तो उसके परिवार को यह राशि लौटानी होगी।
बताया जा रहा है कि यह संख्या साढ़े पांच हजार से छह हजार के बीच हो सकती है। सरकार ने पहले भी कहा था कि अगर एक महीने तक लापता व्यक्ति की जानकारी नहीं मिल पाएगी तो उसे भी मृत मान लिया जाएगा और उसके मुआवजे की प्रक्रिया को शुरू कर दिया जाएगा।
लापता लोगों के आश्रितों को एक शपथ पत्र के साथ मुआवजा दिया जाएगा और अगर कोई व्यक्ति जीवित पाया जाता है तो उसके परिवार को यह राशि लौटानी होगी।
मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने कहा कि अभी उनके पास 5748 लापता लोगों की लिस्ट है और आज सरकार इन लापता लोगों को भी मृतकों की सूची में डाल सकती है।
विजय बहुगुणा ने कहा कि दूसरे राज्यों के मृतकों के बारे में संबंधित राज्यों के मुख्य सचिवों को सूचना दे दी गई है। मृत लोगों के आश्रितों को एक शपथ-पत्र के साथ तुरंत मुआवजा दे दिया जाएगा और अगर कोई व्यक्ति जीवित पाया जाता है तो उसके परिवार को यह राशि लौटानी होगी।
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