सरकार ने गुरुवार को कहा कि पिछले साल दिसंबर में न्यूयार्क में एक भारतीय महिला राजनयिक देवयानी खोबरागड़े की गिरफ्तारी से शुरू हुए मुद्दे के हल के लिए वार्ता शुरू करने पर भारत और अमेरिका दोनों सहमत हैं।
विदेश राज्यमंत्री ई अहमद ने मोहम्मद अली खान और टी रत्नाबाई के सवालों के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि दिसंबर 2013 में न्यूयार्क में भारतीय राजनयिक की गिरफ्तारी से शुरू हुए मुद्दे के समाधान के लिए वार्ता शुरू करने पर भारत और अमेरिका सहमत हैं। इनमें राजनयिक पर लगाए गए सभी आरोपों को हटाना तथा एक दूसरे देश में पारस्परिक तौर पर स्वीकार्य तरीके से राजनयिक विशेषाधिकारों व छूट के संबंध में भारत की मांग पर विचार करना शामिल है।
उन्होंने कहा कि हालांकि भारत को राजनयिक की गिरफ्तारी तथा उनके साथ बर्ताव की गंभीर चिंता है, लेकिन वह स्वीकार करता है कि भारत तथा अमेरिका के मध्य बहुआयामी रणनीतिक भागीदारी है। दोनों देश इस मामले को ऐसा 'एकल मुद्दा' नहीं मानते जो अन्य कार्यक्रमों के कार्यान्वयन को प्रभावित कर सके।
अहमद ने एक अन्य सवाल के जवाब में कहा कि विदेश मंत्रालय ने अमेरिकी दूतावास से कहा है कि वह डॉ अपर्णा श्रीवास्तव द्वारा लगाए गए आरोपों की तत्काल जांच करे। उन्होंने कहा कि सरकार को अपर्णा श्रीवास्तव से एक शिकायत प्राप्त हुई जो अक्तूबर 2012 में नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास में राजनीतिक विशेषज्ञ के पद से उन्हें बलपूर्वक हटाने के आरोप से संबंधित है।
मंत्री ने कहा कि अर्पणा श्रीवास्तव ने आरोप लगाया है कि अमेरिकी दूतावास ने भारत में मानवाधिकार स्थिति की रिपोर्टों पर उनके स्वतंत्र विचार के लिए उनका उत्पीड़न किया है। उन्होंने कहा, 'वर्तमान अंतरराष्ट्रीय नियमों और प्रक्रियाओं के अनुसार विदेश मंत्रालय ने नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास से कहा है कि वे डॉ श्रीवास्तव द्वारा लगाए गए आरोपों की तत्काल जांच करें।'
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