सेना ने कहा, जरूरत पड़ने पर हिंसात्मक और आक्रामक कार्रवाई का जवाब देने की पूरी क्षमता रखते हैं
नई दिल्ली:
उरी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जोरदार मांग के बीच सेना ने सोमवार को कहा कि वह अपने हिसाब से किसी समय और स्थान पर जवाब देने का अपना अधिकार सुरक्षित रखती है. हमले के मद्देनजर सोमवार को कई उच्चस्तरीय बैठकों में विभिन्न विकल्पों पर चर्चा की गई.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की और उन्हें उरी आतंकी हमले से जुड़े घटनाक्रम की जानकारी दी. इससे पहले प्रधानमंत्री ने वरिष्ठ मंत्रियों एवं शीर्ष अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की. रविवार को हुए हमले में शहीद जवानों संख्या बढ़कर 18 हो गई है. बुरी तरह घायल हो गए सिपाही विकास जनार्दन को नई दिल्ली सेना के अस्पताल लाया गया था. उनका सोमवार को निधन हो गया.
(पढ़ें : पाकिस्तान को हर सूरत में जवाब दिया जाएगा, पीएम ने दी मंजूरी : सूत्र)
सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने संवाददाताओं से कहा, 'भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा पर और आंतरिक क्षेत्र दोनों ही जगह आतंकी स्थिति से निपटते समय अत्यधिक संयम बरता है. हालांकि आवश्यकता पड़ने पर हम इस तरह की हिंसात्मक और आक्रामक कार्रवाई का जवाब देने के लिए पूरी क्षमता रखते हैं. हम इस तरह की किसी भी शत्रुतापूर्ण कार्रवाई का सही समय और स्थान पर जवाब देने का अपना अधिकार सुरक्षित रखते हैं.'
(पढ़ें : निहत्थे जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर ऑफिसर्स मेस में खुद को उड़ा लेना चाहते थे आतंकी)
मारे गए आतंकवादियों के पास से चार एके-47 राइफलें, चार अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर, 39 अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर ग्रेनेड, पांच हैंड ग्रेनेड, दो रेडियो सेट, दो जीपीएस, दो मैप शीट्स, दो मैट्रिक्स शीट, एक मोबाइल फोन और भारी मात्रा में खाने का सामान तथा दवाओं के पैकेट बरामद हुए हैं. इन सभी पर पाकिस्तान निर्मित मार्का लगा है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की और उन्हें उरी आतंकी हमले से जुड़े घटनाक्रम की जानकारी दी. इससे पहले प्रधानमंत्री ने वरिष्ठ मंत्रियों एवं शीर्ष अधिकारियों के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की. रविवार को हुए हमले में शहीद जवानों संख्या बढ़कर 18 हो गई है. बुरी तरह घायल हो गए सिपाही विकास जनार्दन को नई दिल्ली सेना के अस्पताल लाया गया था. उनका सोमवार को निधन हो गया.
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सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने संवाददाताओं से कहा, 'भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा पर और आंतरिक क्षेत्र दोनों ही जगह आतंकी स्थिति से निपटते समय अत्यधिक संयम बरता है. हालांकि आवश्यकता पड़ने पर हम इस तरह की हिंसात्मक और आक्रामक कार्रवाई का जवाब देने के लिए पूरी क्षमता रखते हैं. हम इस तरह की किसी भी शत्रुतापूर्ण कार्रवाई का सही समय और स्थान पर जवाब देने का अपना अधिकार सुरक्षित रखते हैं.'
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मारे गए आतंकवादियों के पास से चार एके-47 राइफलें, चार अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर, 39 अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर ग्रेनेड, पांच हैंड ग्रेनेड, दो रेडियो सेट, दो जीपीएस, दो मैप शीट्स, दो मैट्रिक्स शीट, एक मोबाइल फोन और भारी मात्रा में खाने का सामान तथा दवाओं के पैकेट बरामद हुए हैं. इन सभी पर पाकिस्तान निर्मित मार्का लगा है.
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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