सिविल सर्विसेज (मुख्य) परीक्षा, 2018 (Union Public Service Commission) के नतीजे आ गए हैं, जिसमें पहला स्थान कनिष्क कटारिया को मिला है जबकि अक्षत जैन दूसरे नंबर पर हैं. आईआरएस की ट्रेनिंग ले रहे जुनैद अहमद ने देश भर में तीसरा रैंक हासिल किया है. वहीं पांचवे स्थान पर रहीं सृष्टि जयंत देशमुख देशभर की महिलाओं में पहले नंबर पर हैं. सफल उम्मीदवारों की जारी हुई लिस्ट के मुताबिक कुल 759 छात्र सफल घोषित किए गए हैं, जिसमें सामान्य वर्ग से 361 छात्र, ओबीसी वर्ग से 209, एससी वर्ग से 128 और एसटी वर्ग से 61 छात्र शामिल हैं. अक्षत जैन के बारे में बात करें तो वह यूपीएससी (UPSC) के पहले प्रयास में सिर्फ 2 नंबर से पिछड़ गए थे.
दूसरे स्थान पर आए अक्षत जैन का कहना है कि उन्होंने खुद को रोबोट बना कर पढ़ाई नहीं की, तैयारी के दौरान वो दोस्तों से मिलते या बातचीत करते रहे. अक्षत ने पहले IIT गुवाहाटी से डिजाइनिंग में ग्रैजुएशन की डिग्री ली और उसके बाद से ही सिविल सर्विसेज की तैयारी में जुट गए. पहले प्रयास में महज 2 नंबर से मिली नाकामी को भूल पूरी लगन और ईमानदारी से पढ़ाई में लगे रहे और इसबार दूसरा स्थान हासिल किया.
एनडीटीवी इंडिया से बातचीत के दौरान अक्षत जैन ने कहा कि सिविल सर्विसेज की परीक्षा आपसे दृढ़ निश्चय और कठोर परिश्रम मांगती है, इसलिए इसमें कामयाबी हासिल करने के लिए मौज-मस्ती और पढ़ाई के बीच एक संजीदा संतुलन होना जरूरी है. अक्षत का कहना है कि अपने जज्बे के कायम रखें खुद पर भरोसा रखें और पूरी लगन से परीक्षा की तैयारी करें तो सफलता आपको जरूर मिलेगी.
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