उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लखीमपुर खीरी (Lakhimpur Kheri) में प्रदर्शनकारी किसानों को कुचलने के मामले की जांच कर रही एसआईटी आज (गुरुवार, 14 अक्टूबर) केस के मुख्य आरोपी मंत्री पुत्र आशीष मिश्रा (Ashish Mishra) को घटनास्थल पर लेकर आई और 03 अक्टूबर की क्राइम सीन को फिर से रिक्रिएट करवाया. किसानों को कुचलने के लिए पुलिस ने उनकी जगह पुतलों का इस्तेमाल किया.
पुलिस मौक़ा-ए वारदात पर आशीष मिश्रा, उसके दोस्त और पूर्व केंद्रीय मंत्री अखिलेश दास के भतीजे अंकित दास, अंकित दास के गनर लतीफ उर्फ काले और एक कर्मचारी शेखर भारती को भी मौके पर लेकर आई थी. अंकित दास थार के पीछे चल रही फॉर्च्यूनर में सवार था. अंकित को पुलिस ने पूछताछ के लिए आज तीन दिन के लिए पुलिस कस्टडी रिमांड पर लिया है.
3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के नाम रजिस्टर्ड महिंद्रा थार से कुचल जाने से चार किसानों की मौत हो गयी थी. अजय मिश्र के बेटे आशीष मिश्रा पर किसानों की हत्या करने का मुकदमा दर्ज हुआ है.
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मामले में प्राथमिकी दर्ज होने के सात दिन बाद आशीष मिश्रा को पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया गया था. कल स्थानीय अदालत ने आशीष मिश्रा को जमानत देने से इनकार कर दिया था. मिश्रा की गिरफ्तारी 12 घंटे की पुलिस पूछताछ के बाद हुई थी. पुलिस पूछताछ में आशीष मिश्रा यह नहीं बता पाया कि घटना के दिन यानी 3 अक्टूबर को दोपहर में तीन बजे के करीब कहां था.
बता दें कि 3 अक्टूबर को किसान राज्य के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य का विरोध करने के लिए हाथों में काले झंडे लेकर सड़क पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे थे, तभी पीछे से थार महिंद्रा कार ने किसानों को रौंद दिया, जिसमें चार किसानों की मौत हो गई. इसके बाद भड़की हिंसा में चार अन्य लोगों की भी मौत हो गई. घटना से जुड़े कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए जिसमें मंत्री पुत्र पर आरोप लगाए गए थे लेकिन केंद्रीय मंत्री ने कहा कि घटना में गाड़ी उनकी थी लेकिन उनका बेटा मौका -ए-वारदात मौजूद नहीं था.
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