लखनऊ:
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बागपत जिले में एक पंचायत ने छेड़खानी की घटनाओं को रोकने के लिए अनोखा तुगलकी फरमान सुनाते हुए कहा कि गांव की 40 साल तक की कोई महिलाएं व युवतियां बाजार नहीं जाएंगी।
बागपत के आसरा गांव में लगाई गई इस पंचायत में मुस्लिम बिरादरी के कई लोग शामिल हुए थे और महिलाओं की आजादी को कैद करने का यह अनोखा फरमान सुना दिया गया।
पंचायत ने कहा कि गांव के बाहर लगने वाले बाजार में 40 साल उम्र तक की कोई महिला नहीं जाएगी। साथ ही इस उम्र तक की महिलाएं गांव या उससे बाहर मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करेंगी।
पंचायत ने साफ किया अगर इस फरमानों का किसी ने उल्लंघन किया तो फिर पंचायत लगाई जाएगी और उसमें उसकी सजा तय की जाएगी।
गांव में रहने वाले 43 वर्षीय मोहम्मद रईस ने संवाददाताओं को बताया कि आए दिन युवितयों और महिलाओं के साथ बाजार में हो रही छेड़खानी की घटनाओं के मद्देनजर बुधवार शाम लगी पंचायत में यह फैसला लिया गया।
हैरानी की बात यह रही समाज के इन कथित रहनुमाओं ने छेड़खानी करने वालों को सजा देने को लेकर पंचायत में कोई फरमान नहीं जारी किया।
बागपत के आसरा गांव में लगाई गई इस पंचायत में मुस्लिम बिरादरी के कई लोग शामिल हुए थे और महिलाओं की आजादी को कैद करने का यह अनोखा फरमान सुना दिया गया।
पंचायत ने कहा कि गांव के बाहर लगने वाले बाजार में 40 साल उम्र तक की कोई महिला नहीं जाएगी। साथ ही इस उम्र तक की महिलाएं गांव या उससे बाहर मोबाइल का इस्तेमाल नहीं करेंगी।
पंचायत ने साफ किया अगर इस फरमानों का किसी ने उल्लंघन किया तो फिर पंचायत लगाई जाएगी और उसमें उसकी सजा तय की जाएगी।
गांव में रहने वाले 43 वर्षीय मोहम्मद रईस ने संवाददाताओं को बताया कि आए दिन युवितयों और महिलाओं के साथ बाजार में हो रही छेड़खानी की घटनाओं के मद्देनजर बुधवार शाम लगी पंचायत में यह फैसला लिया गया।
हैरानी की बात यह रही समाज के इन कथित रहनुमाओं ने छेड़खानी करने वालों को सजा देने को लेकर पंचायत में कोई फरमान नहीं जारी किया।
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