UP MLC Elections : सीएम योगी ने गोरखपुर में डाला वोट, SP-BJP में है सीधा मुकाबला; पढ़ें खास बातें

उत्तर प्रदेश विधानपरिषद की 27 सीटों पर शनिवार को होने वाले चुनाव में सपा और भाजपा के बीच सीधा मुकाबला है, क्योंकि कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी ने विधानपरिषद चुनाव में कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है. हालांकि कुछ निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में हैं.

UP MLC Elections : सीएम योगी ने गोरखपुर में डाला वोट, SP-BJP में है सीधा मुकाबला; पढ़ें खास बातें

UP MLC चुनाव : CM योगी ने डाला वोट.

लखनऊ:

उत्तर प्रदेश विधानपरिषद चुनाव के तहत आज यानी शनिवार को यूपी में वोटिंग हो रही है. इस मुकाबले में समाजवादी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी में सीधा मुकाबला माना जा रहा है. आज विधान परिषद की 27 सीटों के लिए चुनाव हो रहे हैं.  दरअसल, दो सालों पर होने वाले इन चुनावों में कुल 36 सीटों पर चुनाव होने हैं, लेकिन नौ सीटों पर पहले ही बीजेपी के प्रत्याशी निर्विरोध चुने जा चुके हैं. अगर ये सभी 36 सीटें बीजेपी जीतती है तो पार्टी मान रही है कि बीजेपी के पास विधानपरिषद में दो-तिहाई से अधिक सदस्य होंगे. मतदान सुबह आठ बजे से शाम चार बजे तक चलेगा. मतगणना मंगलवार यानी 12 अप्रैल को होगी.

यूपी विधानसभा चुनावों में बीजेपी की प्रचंड जीत के बाद इन स्थानीय चुनावों में भी बीजेपी के प्रदर्शन पर नजर रहेगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुबह गोरखपुर में अपना वोट डाला. गोरखपुर शहरी विधानसभा क्षेत्र से विधायक सीएम योगी ने कू पर अपने वोट डालने की तस्वीर भी साझा की.

इन चुनावों में एसपी और बीजेपी के बीच सीधा मुकाबला है, क्योंकि कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी ने विधानपरिषद चुनाव में कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है. हालांकि कुछ निर्दलीय उम्मीदवार मैदान में हैं. मतों की गिनती 12 अप्रैल को होगी.

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आइए जानते हैं यूपी विधानपरिषद चुनाव से जुड़ी कुछ खास बातें-

  • उत्तर प्रदेश के उच्च सदन की 36 सीटें 35 स्थानीय अधिकारियों के निर्वाचन क्षेत्रों में फैली हुई हैं. मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय, उत्तर प्रदेश के अनुसार, चुनाव मैदान में 95 उम्मीदवार हैं. 739 मतदान केंद्रों पर मतदान होगा, जिसमें 1,20,657 मतदाताओं के अपने मताधिकार का प्रयोग करने की उम्मीद है.
  • आठ स्थानीय प्राधिकरणों के निर्वाचन क्षेत्रों से नौ विधानपरिषद सदस्य (एमएलसी) निर्विरोध चुने गए हैं. निर्वाचन क्षेत्र हैं... बदायूं, हरदोई, खीरी, मिर्जापुर-सोनभद्र, बांदा-हमीरपुर, अलीगढ़, बुलंदशहर और मथुरा-एटा-मैनपुरी. मथुरा-एटा-मैनपुरी स्थानीय प्राधिकरण के निर्वाचन क्षेत्र से दो एमएलसी निर्विरोध चुने गए, जबकि बाकी निर्वाचन क्षेत्रों से एक-एक एमएलसी निर्विरोध निर्वाचित हुए.
  • चुनाव कार्यालय के अनुसार, जिन स्थानीय निकाय निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतदान होगा उनमें मुरादाबाद-बिजनौर, रामपुर-बरेली, पीलीभीत-शाहजहांपुर, सीतापुर, लखनऊ-उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, बाराबंकी, बहराइच, गोंडा, फैजाबाद, बस्ती-सिद्धार्थनगर, गोरखपुर-महाराजगंज, देवरिया, आजमगढ़-मऊ, बलिया, गाजीपुर, जौनपुर, वाराणसी, इलाहाबाद, झांसी-जालौन-ललितपुर, कानपुर-फतेहपुर, इटावा-फरुखाबाद, आगरा-फिरोजाबाद, मेरठ-गाजियाबाद और मुजफ्फरनगर-सहारनपुर शामिल है.
  • स्थानीय प्रशासनिक क्षेत्र के विधानपरिषद चुनाव में ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सदस्य, खंड विकास परिषदों के अध्यक्ष एवं सदस्य, जिला पंचायत अध्यक्ष और नगरीय निकायों के पार्षद मतदाता होते हैं. इसके अलावा विधायक और सांसद भी इस चुनाव में वोट डालते हैं.
  • प्रदेश की 100 सदस्यीय विधानपरिषद में इस समय भाजपा के 35 सदस्य हैं, जबकि सपा के 17, बसपा के चार तथा कांग्रेस, अपना दल निषाद पार्टी और निर्दल समूह का एक-एक सदस्य है. शिक्षक दल के दो सदस्य हैं, जबकि एक निर्दलीय सदस्य है. भाजपा द्वारा मैदान में उतारे गए 36 उम्मीदवारों में से पांच समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता हैं, जो फरवरी-मार्च राज्य चुनावों की पूर्व संध्या पर भगवा खेमे में शामिल हुए थे.
  • राज्य विधानपरिषद की 36 सीटें पिछली सात मार्च को संबंधित सदस्यों का कार्यकाल समाप्त होने के कारण रिक्त हो गई थीं. सदन में 37वीं सीट नेता प्रतिपक्ष अहमद हसन के निधन की वजह से खाली हुई है.