उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी को पहले चरण का मतदान होना है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बीजेपी और सपा-रालोद गठबंधन के बीच कड़ा मुकाबला माना जा रहा है. बीजेपी ने मतदान से पहले राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के अध्यक्ष जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) को साथ आने का न्योता देकर सियासी पारा चढ़ा दिया है. बीजेपी के ऑफर पर जयंत चौधरी ने गुरुवार को जवाब दिया. उन्होंने कहा, "मैं कोई चवन्नी नहीं हूं, जो पलट जाऊंगा." उन्होंने कहा कि मैंने सोच समझकर फैसला लिया है.
RLD सुप्रीमो जयंत चौधरी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये परीक्षा की घड़ी है. पांच साल बाद आपको मौका मिल रहा है. भाईचारा जिंदाबाद का नारा हमारा है, लेकिन इससे किसको एलर्जी है आपको पता है. इज्जत मान-सम्मान से खिलवाड़ हो रहा है. उन्होंने कहा कि योगी सरकार युवाओं को नौकरी नहीं दे सकते हैं तो लाठी मार रहे हैं. गृह मंत्री अमित शाह की जाट नेताओं के साथ बुधवार को हुई बैठक को लेकर चौधरी ने कहा कि जब लखीमपुर में किसानों को रौंदा गया तो ये कहां थे और कल बैठक कर रहे थे.
बीजेपी के ऑफर पर रालोद चीफ ने कहा कि मैं कोई चवन्नी नहीं हूं, जो ऐसा करके पलट जाऊंगा. मैंने सोच समझकर फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश की बहुत सारी समस्या है. हम सत्ता में भी आएंगे, तब भी सारी समस्या खत्म नहीं होगी. हमारी सरकार में नागरिकों के ऊपर लाठी नहीं चलेगी. आप सतर्क रहे, चंद दिन बाकी हैं. अपने बीच नफरत मत पलने देना.
जयंत चौधरी ने कहा कि 'गृहमंत्री ने मुझे कोई आफर नहीं दिया ये अब जोड़तोड़ की राजनीति करना चाहते हैं. बीजेपी के लोग सरकार में मलाई खाने के लिए हैं. चुनाव के बाद बीजेपी जाने की बात निराधार है, मैं दिशा बदलने वाला नहीं हूं. इस तरह का मेरा एक भी बयान नहीं है. ये सब निराधार बातें हैं. मुजफ्फरनगर किसान के लिए क्रांति भूमि है. नफरत की प्रयोगशाला मुजफ्फरनगर के लोग नहीं बनने देंगे. एक आध जगहों पर टिकट मांगने वालों के बीच मायूसी रहती है लेकिन अब सब ठीक है. जो लोग कोशिश कर रहे हैं देश की फिजा बिगाड़ने का हम मुजफ्फरनगर से ही भाईचारे का नारा देंगे. कैराना में हिन्दू पलायन का मुद्दा फर्जी है.'
उन्होंने बताया कि वो मुजफ्फरनगर में शुक्रवार को अखिलेश के साथ प्रेस कान्फ्रेंस करके चुनाव प्रचार का विधिवत आगाज करेंगे. चौधरी ने कहा कि हमारे नौजवान व्हाट्सअप फारवर्ड को सही समझ लेते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि तोड़-मरोड़ कर हमारे बयान के वीडियो बनाए जा रहे हैं. हमारी लड़ाई पहचान के लिए है.
न्योता मुझे नहीं, उन +700 किसान परिवारों को दो जिनके घर आपने उजाड़ दिए!!
— Jayant Singh (@jayantrld) January 26, 2022
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा के मुताबिक, कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने के बाद भी पश्चिमी यूपी में स्थितियों को भाजपा के और अनुकूल बनाने के प्रयासों के तहत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार को जाट नेताओं से संवाद किया. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, बैठक में रालोद के समाजवादी पार्टी (सपा) से गठबंधन का उल्लेख करते हुए शाह ने कहा कि जयंत चौधरी ‘‘गलत घर'' में चले गए हैं.
यह बैठक दिल्ली से भाजपा के सांसद प्रवेश साहिब सिंह वर्मा के आवास पर हुई और इसे ‘‘सामाजिक भाईचारा बैठक'' का नाम दिया गया था. वर्मा ने बैठक के बाद जयंत चौधरी को भाजपा गठबंधन में आने का प्रस्ताव दे दिया और कहा कि भाजपा के दरवाजे उनके लिए खुले हैं.
भाजपा के इस खुले प्रस्ताव पर जयंत चौधरी ने तत्काल प्रतिक्रिया दी. उन्होंने ट्वीट कहा, ‘‘न्योता मुझे नहीं, उन +700 किसान परिवारों को दो जिनके घर आपने उजाड़ दिए!!''
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